मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर हुआ इजाफा, अधिकारी नहीं हैं चिंतित
कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र में अब संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ गई है और प्रतिदिन मामलों में गिरावट आ रही है। यही हाल मुंबई का भी था और 17 अक्टूबर को वहां संक्रमण से एक भी मौत नहीं हुई थी। हालांकि, उसके बाद मुंबई में फिर से मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। गुरुवार को यहां संक्रमण के 427 नए मामले आए, जो राज्य के कुल नए मामलों का 27 प्रतिशत हिस्सा है।
मुंबई में 17 अक्टूबर को नहीं हुई थी कोई भी मौत
बता दें कि मुंबई में पिछले गई दिनों से संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी। यही कारण था कि 17 अक्टूबर को यहां पांच महीनें बाद संक्रमण से कोई मौत नहीं हुई थी। इसके अलावा उस दिन यहां संक्रमण के महज 367 मामले सामने आए थे। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल ग्रेटर मुंबई नगर निगम (MCGM) के प्रयासों की सराहना की थी, लेकिन उसके बाद फिर से मामले बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र और मुंबई में यह है संक्रमण की मौजूदा स्थिति
महाराष्ट्र में शुक्रवार को संक्रमण के 1,573 नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 65,98,218 पर पहुंच गई है। इसी तरह 39 नई मौतों के साथ 1,39,925 की मौत हो चुकी है। इसके अलट मुंबई शहर में शून्य मौत के आंकड़े के पांच दिन बाद संक्रमण में इजाफा हो रहा है। यहां 427 नए मामले सामने आए हैं जो कुल नए मामलों का 27 प्रतिशत है। इसी तरह पूरे मुंबई में 708 नए मामले मिले हैं।
मामलों के बढ़ने के बाद भी अधिकारियों को नहीं है चिंता
न्यूज 18 के अनुसार, मुंबई में नए मामलों में इजाफा होने के बाद भी BMC के अधिकारी चिंतित नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि 24 वार्डों में से किसी में भी संक्रमण के मामलों में उछाल नहीं है और न ही कोई कलस्टर है। शहर के केवल पांच वार्डों में साप्ताहिक संक्रमण दर है जो शहर के औसत 0.05 प्रतिशत हिस्सा है। ऐसे घबराने की जरूरत नहीं है। प्रभावित वार्डों में भी जल्द ही स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी।
मृत्यु दर में लगातार आ रही है गिरावट- डॉ सुपे
राज्य मृत्यु लेखा समिति के प्रमुख डॉ अविनाश सुपे ने कहा, "सकल मामलों में मृत्यु दर घटकर 0.78 प्रतिशत पर आ गई है। 2020 में पहली लहर की तुलना में मुंबई में दूसरी लहर के दौरान मृत्यु दर कम थी। सितंबर 2020 में पहली लहर के चरम के दौरान यह दर 13.27 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।" उ न्होंने कहा, "फरवरी 2021 में यह 0.70 थी जो मई में 1.15 पर आ गई थी। उसके बाद गिरावट जारी है।"
सामूहिक प्रयास से कम हुई मृत्यु दर- काकानी
BMC के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, "डॉक्टरों, गैर सरकारी संगठनों, निजी क्षेत्र के अस्पतालों आदि के सामूहिक सहयोग ने मृत्य दर को कम करने में अहम भूमिका निभाई है। मुख्य लक्ष्य नई दवाओं की उपलब्धता के साथ शून्य मौतें हासिल करना है।" एक अन्य डॉक्टर ने कहा, "मोनोक्लोनल एंटीबॉडी जैसी नई दवाओं की उपलब्धता के साथ अगर कोई मरीज समय पर अस्पताल पहुंचता है, तो मौत की संभावना काफी कम हो गई है।"
महाराष्ट्र में होम क्वारंटाइन में हैं 2,01,162 लोग
राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में गुरुवार को ठीक हुए 2,968 रोगियों के साथ अब तक 64,30,394 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में 2,01,162 लोग होम क्वारंटाइन और 1,007 लोग संस्थागत क्वारंटाइन में हैं। 24,292 सक्रिय मामले हैं।
अभी खत्म नहीं हुई महामारी की दूसरी लहर- टोपे
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि राज्य में अभी भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। हालांकि, मामलों में गिरावट आ रही है, लेकिन वर्तमान स्थिति तीसरी लहर सहन के की नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना टास्क फोर्स ने त्योहारी सीजन में तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है। ऐसे में राज्य में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की जा रही है। इसके बाद ऐहतियाती कदम उठाए जाएंगे।