
कर्नाटक: नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को नहीं मिल रहा आधिकारिक आवास, घर से कर रहे काम
क्या है खबर?
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को बेंगलुरु में कोई आधिकारिक आवास नहीं मिल रहा है और इस कारण वे आरटी नगर स्थित अपने घर से ही काम कर रहे हैं, वहीं बैठकों के लिए कुमार कृपा नामक एक गेस्ट हाउस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि उनसे पहले के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा केंद्रीय बेंगलुरू स्थित कावेरी बंगले में रहना चाहते हैं जिसका मुख्यमंत्री आवास के तौर पर उपयोग होता रहा है।
समस्या की जड़
कर्नाटक के मुख्यमंत्री का नहीं है कोई भी आधिकारिक आवास
दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री का बेंगलुरु में कोई भी आधिकारिक आवास नहीं है और पहले के मुख्यमंत्री अपने वास्तु के हिसाब से ब्रिटिश काल के बंगलों का आधिकारिक आवास के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं।
केंद्रीय बेंगलुरू में ऐसे दो बंगले- कावेरी और अनुग्रह- हैं जिनका मुख्यमंत्री आवास के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। अभी कावेरी में येदियुरप्पा रह रहे हैं और इसके सामने स्थित अनुग्रह में लोकायुक्त जस्टिस विश्वनाथ शेट्टी रह रहे हैं।
समस्या
कावेरी और अनुग्रह के अलावा अन्य सभी बंगले मुख्यमंत्री के लिए छोटे
कावेरी और अनुग्रह के अलावा केंद्रीय बेंगलुरु में स्थित अन्य सभी बंगले छोटे हैं और मुख्यमंत्री के निवास के लिए उपयुक्त नहीं हैं। वास्तु और ज्योतिष पर मुख्यमंत्री बोम्मई और उनके परिवार के विश्वास ने स्थिति को और जटिल बनाने का काम किया है।
अधिकारियों ने बोम्मई के जल्द ही रेसकोर्स रोड पर ताज वेस्ट एंड होटल के बगल में मौजूद रेसव्यू कॉटेज नामक बंगले में शिफ्ट होने की बात भी कही है। हालांकि ये कावेरी से काफी छोटा है।
पुराना बंगला
सरकारी बंगले में रहने के हकदार नहीं हैं येदियुरप्पा
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को अब किसी भी सरकारी बंगले में रहने का अधिकार नहीं हैं क्योंकि उनके पास कोई पद नहीं है औ वे मात्र शिकारीपुरा के विधायक हैं। हाल ही में राज्य सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के स्तर की सभी सरकारी सुविधाएं मिलते रहने का आदेश भी पारित किया था, लेकिन येदियुरप्पा ने इससे इनकार कर दिया।
हालांकि इसके बावजूद भी उन्होंने बंगले को खाली नहीं किया है।
अन्य मामला
सिद्धारमैया ने भी एक साल बाद खाली किया था कावेरी बंगला
येदियुरप्पा से पहले पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कावेरी को आसानी से खाली नहीं किया था और वे सत्ता खोने के एक साल बाद तक इस बंगले में रहे थे। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री बनने के बाद सिद्धारमैया को बंगला खाली करने का आदेश दिया था।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "सरकारी अधिकारियों ने बिना सोचे-समझे कुछ बड़े बंगलों को कार्यालयों और गेस्ट हाउस में बदल दिया। अब कावेरी को मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास घोषित कर देना चाहिए।"
जानकारी
येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री बने हैं बोम्मई
बता दें कि 61 वर्षीय बोम्मई इसी 28 जुलाई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने हैं। येदियुरप्पा को भाजपा शीर्ष कमान के आदेश पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, जिसके बाद बोम्मई मुख्यमंत्री बने हैं। वे येदियुरप्पा के विश्वस्त हैं।