कोरोना वायरस: मुंबई में मौतें अधिक, लेकिन संक्रमण के मामले दिल्ली और बेंगलुरू से कम
क्या है खबर?
देश में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है और यहां भी मुंबई की हालत खराब है।
मुंबई में संक्रमण के कारण अब तक सबसे अधिक मौते हुई हैं, लेकिन यदि मामलों की बात की जाए तो यहां दिल्ली और बेंगलुरु की तुलना में संक्रमण के मामले कम हैं।
हालांकि, मुंबई में अब तक हुई कुल मौतों में से 85 प्रतिशत से अधिक मौतें 50 साल से अधिक आयु और पुरानी बीमारी से ग्रसित लोगों की हुई है।
मौत
मुंबई में अब तक हुई कुल 9,869 मौतें
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के रिकॉर्ड के अनुसार मुंबई में अब तक कुल 10,009 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में यहां की मृत्यु दर लगभग चार प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय मृत्यु दर से अधिक है।
यहां 90 साल से अधिक के 123 लोगों की मौत हुई है और मृत्यु दर सबसे अधिक 18.3 प्रतिशत रही है। 80-89 वर्ग में 17.5 की दर से 1,005 लोग, 70-79 आयु वर्ग में 12.8 प्रतिशत की दर से 2,221 की मौत हुई है।
अन्य
अन्य आयु वर्ग में यह रही मृत्यु दर
BMC के अनुसार 60-69 वर्ग में 8.6 प्रतिशत की दर से 2,829 मौतें, 50-59 वर्ग में 4.8 प्रतिशत की दर से 2,338मौतें, 40-49 वर्ग में 2.8 प्रतिशत की दर से 960 मौतें, 30-39 आयु वर्ग में 0.7 प्रतिशत की दर से 329 और 20-29 आयु वर्ग में 0.4 प्रतिशत की दर से 119 की मौतें हुई हैं।
इसी तरह 10-19 आयु वर्ग में 0.3 प्रतिशत के हिसाब से 31 और 0-9 आयु वर्ग में 14 की मौतें हुई हैं।
कारण
अधिक उम्र और पुरानी बीमारी के कारण हुई सबसे अधिक मौत
BMC के रिकॉर्ड के अनुसार मुंबई में 85 प्रतिशत से अधिक मौते अधिक उम्र और पुरानी बीमारियों से ग्रसित लोगों की हुई हैं।
जांच में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक लोग मधुमेह, किडनी रोग, मोटापा, ब्लड प्रेशन, हाई ब्लड प्रेशन, पुरानी फेफडों की बीमारी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित थे।
इसी तरह उनकी उम्र भी 50 साल से अधिक थी। ऐसे में उन्हें नहीं बचाया जा सका।
संक्रमित
कोरोना की चपेट में सबसे ज्यादा आए 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग
रिकॉर्ड के अनुसार मुंबई में 50-59 साल आयु वर्ग के सबसे अधिक 46,509 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं।
इसी तरह 30-39 आयु वर्ग के 43,114 लोग, 40-49 आयु वर्ग के 42,991 और 20-29 आयु वर्ग के 33,132 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं।
इसी प्रकार 60-69 साल आयु वर्ग के 32,998 लोग, 70-79 आयु वर्ग के 17,316 लोग, 10-19 के 9,109 लोग, 80-89 आयु वर्ग के 5,756 और 0-9 साल के 4,319 बच्चे चपेट में आए हैं।
बयान
अधिक उम्र और पुरानी बीमारी के कारण रहता है मौत का खतरा- सुपे
राज्य कोरोना मृत्यु समिति के प्रमुख डॉ अविनाश सुपे ने कहा कि अधिक उम्र और पुरानी बीमारी के कारण मौत का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में मौत संभावना अधिक रहती है।
उन्होंने कहा कि लोग अभी भी बीमार होने के कई दिन बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में वह अस्पताल पहुंचने के 24-48 घंटे में दम तोड़ देते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि शहर पुरानी मृत्यु दर को सात से दो प्रतिशत पर लाने में सफल रहा।
संक्रमण
मुंबई में दिल्ली और बेंगलुरु की तुलना में कम है संक्रमितों की संख्या
BMC के अनुसार मुंबई में भले ही मौते अधिक हुई है, लेकिन यहां संक्रमितों की संख्या दिल्ली और बेंगलुरु से कम है।
मुंबई में वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 2.48 लाख है। इसके उलट दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 3.48 लाख और मृतकों की संख्या 6,189 है।
इसी तरह कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में संक्रमितों की संख्या 3.2 लाख के पार पहुंच चुकी है और वहां 3,667 लोगों की मौत हुई है। यह मुंबई के लिए राहत की बात है।
मृत्यु दर
अन्य शहरों में यह है मृत्य दर
मुंबई के बाद पुणे में दो प्रतिशत की मृत्यु दर से 6,595, ठाणे में 2.4 प्रतिशत की दर से 5,254, चेन्नई में 1.8 की दर से 3,566, नागपुर में 2.7 की दर से 2,695, कोलकाता में 2.8 प्रतिशत की दर से 2,054, अहमदाबाद में 4.6 की दर से 1,883 और कोल्हापुर में 3.4 की दर से 1,585 लोगों की मौत हुई है।
ऐसे में देश में सबसे अधिक मौत मुंबई में हुई हुई है।