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किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत आज, शंभू बॉर्डर पर डटे हैं प्रदर्शनकारी
चंडीगढ़ में आज केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चौथे दौर की बातचीत होनी है

किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत आज, शंभू बॉर्डर पर डटे हैं प्रदर्शनकारी

लेखन नवीन
Feb 18, 2024
09:39 am

क्या है खबर?

पंजाब और हरियाणा के किसानों का विरोध प्रदर्शन धीरे-धीरे पूरे देश में जोर पकड़ रहा है। दिल्ली कूच को निकले किसानों ने बीते 6 दिनों से पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डेरा डाला हुआ है। इस बीच आज चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की अहम बातचीत होनी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में कोई समाधान निकल सकता है।

समर्थन

MSP कानून पर अध्यादेश लाने की मांग पर अड़े हैं किसान

रविवार को होने वाली अहम बैठक से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने केंद्र सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानूनी गारंटी प्रदान करने वाला अध्यादेश लाने का आह्वान किया है। दूसरी ओर किसानों के विरोध प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन (BKU) सहित देशभर के विभिन्न किसान संगठनों से समर्थन मिला है। इन किसान संगठनों ने मांगें पूरी नहीं होने पर आगे के प्रदर्शन और दिल्ली तक संभावित ट्रैक्टर मार्च की घोषणा की है।

प्रदर्शन

BKU नेता राकेश टिकैत ने 21 फरवरी को प्रदर्शन का किया ऐलान

BKU नेता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के सिसौली में हुई पंचायत में कहा कि किसान अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड में धरना देंगे। इसी बीच शनिवार को BKU चढ़ूनी गुट के नेतृत्व में हरियाणा के कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत और करनाल में किसानों ने 1,800 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ मार्च निकाला गया। रविवार को कुरुक्षेत्र में किसानों की एक महापंचायत भी बुलाई गई है।

मोबाइल इंटरनेट

हरियाणा में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पांबदी बढ़ाई गई  

हरियाणा सरकार ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट सेवा पर लगी पांबदी को बढ़ा दिया है। अब अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में 19 फरवरी रात 12:00 बजे तक इंटरनेट सेवा निलंबित रहेगी। इन 7 जिलों में 11 फरवरी सुबह 6:00 बजे से इंटरनेट और मोबाइल संदेशों पर पांबदी लगाई गई थी और यहां धारा 144 भी लागू है। इस संबंध में सरकार की ओर से एक नया आदेश जारी हुआ है।

प्रदर्शन

पंजाब में नेताओं के आवास के बाहर किसानों का धरना  

शनिवार को पंजाब में किसान संगठनों ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ और पूर्व मंत्री केवल सिंह ढिल्लों के आवास के बाहर 2 दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस प्रदर्शन को देखते हुए पटियाला में कैप्टन के आवास मोती महल के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। दूसरी ओर तमिलनाडु के तंजावुर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन के दौरान लगभग 100 किसानों को गिरफ्तार किया गया है।

मांग

 प्रदर्शनकारी किसानों की क्या है मांग? 

किसान अपनी कुछ प्रमुख मांगों लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी सबसे बड़ी मांग MSP को लेकर कानून बनाने की है। इसके अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफ करने, पुलिस में दर्ज मामलों को वापस लेने, लखीमपुरी खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय और किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं।