यौन उत्पीड़न मामला: पीड़ित महिला कोच का आरोप- चुप रहने का दबाव बना रही हरियाणा सरकार
हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर जांच प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप लगा है। सिंह पर आरोप लगाने वाली महिला कोच ने कहा, "मुझ पर चुप रहने का दबाव डाला जा रहा और मुख्यमंत्री के इशारे पर हरियाणा पुलिस मुझ पर दबाव बना रही है।" महिला मगंलवार को चड़ीगढ़ पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) के सामने अपने पेश हुई थी।
क्या है पूरा मामला?
चंडीगढ़ पुलिस ने महिला कोच की शिकायत पर संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया था और सरकार के आदेश पर SIT गठित की थी। महिला कोच का आरोप है कि 1 जुलाई, 2022 को सिंह ने उसे स्नैपचैट पर कॉल किया था और फिर उसे कागजातों के सत्यापन के बहाने घर पर बुलाकर उसका यौन शोषण किया। इसके बाद सिंह ने खेल मंत्री के पद से इस्तीफा देते हुए अपना दायित्व मुख्यमंत्री को सौंप दिया था।
मुझे देश छोड़ने का दिया गया ऑफर- महिला कोच
महिला कोच ने दावा किया है कि उसे देश छोड़ने के लिए फोन कॉल किए जा रहे हैं, जिसके लिए उनके सामने एक करोड़ रुपये की पेशकश भी की गई है और हरियाणा पुलिस उन पर लगातार दवाब बना रही है, जबकि यह मामला चंडीगढ़ पुलिस के क्षेत्र का है। महिला ने कहा, "मैंने चंडीगढ़ SIT को इस मामले से जुड़ी सभी बातें विस्तार से बता दी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इस जांच को प्रभावित करने की कोशिश रहे हैं।"
महिला वकील के कोच ने पूछा- सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया
कोच के वकील दीपांशु बंसल ने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ पुलिस ने न तो संदीप सिंह को गिरफ्तार किया है और न ही पुलिस ने उनसे पूछताछ की है। बंसल ने कहा, "हरियाणा के मुख्यमंत्री ने SIT गठित है और इस मामले में बयान भी दर्ज हो चुके हैं। यह एक गैर-जमानती अपराध है तो फिर पुलिस संदीप सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है? उन्हें एक बार भी नहीं बुलाया गया और हमें चार बार बुलाया गया है।"
यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सिंह का क्या कहना है?
यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज होने के बाद संदीप सिंह ने बीतों दिनों अपनी सफाई दी थी। उन्होंने कहा था, "मेरी छवि खराब करने के लिए माहौल बनाया गया है। खेल विभाग की एक जूनियर कोच ने जो झूठे आरोप लगाए हैं, मैं चाहूंगा कि उसकी अच्छे से जांच हो। जांच रिपोर्ट आने तक मैं अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंपता हूं।" उन्होंने कहा, "जांच रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री मेरे मंत्री पद पर फैसला लेंगे।"