NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / क्या है MSP जिसके लिए विरोध कर रहे किसान और यह क्यों जरुरी है?
    अगली खबर
    क्या है MSP जिसके लिए विरोध कर रहे किसान और यह क्यों जरुरी है?

    क्या है MSP जिसके लिए विरोध कर रहे किसान और यह क्यों जरुरी है?

    लेखन प्रमोद कुमार
    Sep 22, 2020
    05:55 pm

    क्या है खबर?

    पिछले कुछ दिनों से कई राज्यों के किसान सड़कों पर हैं। उनकी चिंता इस बात से है कि सरकार नया कानून बनाने जा रही है, जिससे फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।

    वहीं सरकार का कहना है कि नए कानूनों से MSP पर कोई असर नहीं पड़ेगा और यह व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रहेगी।

    इस बीच यह जानना जरूरी हो जाता है कि MSP क्या होता है और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है।

    परिभाषा

    क्या होता है MSP?

    सरकार किसान की फसल के लिए एक न्यूनतम मूल्य निर्धारित करती है, जिसे MSP कहा जाता है।

    यह एक तरह से सरकार की तरफ से गारंटी होती है कि हर हाल में किसान को उसकी फसल के लिए तय दाम मिलेंगे।

    अगर मंडियों में किसान को MSP या उससे ज्यादा पैसे नहीं मिलते तो सरकार किसानों से उनकी फसल MSP पर खरीद लेती है। इससे बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का किसानों पर असर नहीं पड़ता।

    शुरुआत

    MSP की शुरुआत कैसे हुई?

    आजादी के बाद के शुरुआती दशकों में किसान इस बात को लेकर काफी परेशान थे कि अगर किसी फसल का बंपर उत्पादन हो जाए तो उन्हें उसके अच्छे दाम नहीं मिल पाते थे।

    इस तरह से किसानों की लागत भी नहीं निकल पाती थी, जिस कारण वो आंदोलन करने लगे।

    इसके बाद लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्री रहते हुए 1 अगस्त, 1964 को एलके झा के नेतृत्व में एक समिति बनी, जिसका काम अनाजों की कीमतें तय करने का था।

    शुरुआत

    1966-67 में पहली बार गेहूं के लिए तय हुआ था MSP

    समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद 1966-67 में पहली बार गेहूं के लिए MSP का ऐलान किया गया।

    इसके बाद से हर साल सरकार बुवाई से पहले फसलों के MSP घोषित कर देती है। MSP तय करने के बाद सरकार स्थानीय सरकारी एजेंसियों के जरिये अनाज खरीदकर फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) और नेफेड के पास उसका भंडारण करती है।

    फिर इन्हीं स्टोर्स से सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के जरिये गरीबों तक सस्ते दामों में अनाज पहुंचाया जाता है।

    नियम

    फिलहाल 20 से अधिक फसलों पर दिया जाता है MSP

    शुरुआत में केवल गेहूं के लिए MSP तय किया गया था। इससे किसान बाकी फसलों को छोड़कर सिर्फ गेहूं की फसल उगाने लगे, जिससे अनाजों का उत्पादन कम हो गया।

    फिर सरकार की तरफ से धान, तिलहन और दलहन की फसलों पर भी MSP दिया जाने लगा।

    फिलहाल धान, गेहूं, मक्का, जई, जौ, बाजरा, चना, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर, सरसों, सोयाबीन, शीशम, सूरजमूखी, गन्ना, कपास, जूट समेत 20 से अधिक फसलों पर MSP दिया जाता है।

    जिम्मेदार संस्था

    MSP कौन तय करता है?

    देश में MSP तय करने का काम कृषि लागत एवं मूल्य आयोग का है।

    कृषि मंत्रालय के तहत काम करने वाली यह संस्था शुरुआत में कृषि मूल्य के नाम से जानी जाती थी। बाद में इसमें लागत भी जोड़ दी गई, जिससे इसका नाम बदलकर कृषि लागत एवं मूल्य आयोग हो गया।

    यह अलग-अलग फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण करती है। वहीं गन्ने का MSP तय करने की जिम्मेदारी गन्ना आयोग के पास होती है।

    प्रक्रिया

    कैसे तय होता है MSP?

    MSP तय करने की प्रकिया काफी जटिल और लंबी होती है।

    इसके लिए आयोग अलग-अलग इलाकों में किसी खास फसल की प्रति हेक्टेयर लागत, खेती के दौरान आने वाले खर्च, सरकारी एजेंसियों की स्टोरेज क्षमता, वैश्विक बाजार में उस अनाज की मांग और उसकी उपलब्धता आदि मानकों के आंकड़े इकट्ठा करता है।

    इसके बाद सभी हितधारकों और विशेषज्ञों से सुझाव लिए जाते हैं। अंत में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति इस पर अंतिम फैसला लेती है।

    परेशानी

    सभी फसलों की सरकारी खरीद न होना है परेशानी

    सरकार भले ही 20 से ज्यादा फसलों के लिए MSP तय करती है, लेकिन आमतौर पर सरकारी स्तर पर खरीद केवल गेहूं और धान की हो पाती है।

    ऐसे में सभी किसानों को MSP का फायदा नहीं मिल पाता। इसकी वजह यह है कि गेहूं और धान को सरकार PDS प्रणाली के तहत गरीबों को देती है इसलिए उसे इसकी जरूरत होती है।

    बाकी फसलों की उसे इतने बड़े स्तर पर जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए उनकी खरीद नहीं होती।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    किसान
    MSP
    केंद्र सरकार

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    किसान

    अपनी मांगो को लेकर दिल्ली में जुटे देशभर के हज़ारो किसान, आज करेंगे संसद मार्च दिल्ली
    किसान को 750 किलो प्याज के बदले मिले केवल 1,064 रुपये, प्रधानमंत्री को भेजा पूरा पैसा नरेंद्र मोदी
    महाराष्ट्रः 2,657 किलोग्राम प्याज बेचकर किसान को मिले मात्र 6 रुपये, मुख्यमंत्री को भेजी कमाई महाराष्ट्र
    कैंसर इलाज के लिए न्यूयॉर्क गए वित्त मंत्री अरुण जेटली, बजट के लिए वापसी मुश्किल कैंसर

    MSP

    सरकार की 6,000 रूपए की मदद किसानों के लिए कितनी फायदेमंद होगी, जानें तेलंगाना
    जानिए क्या होता है न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसानों को कैसे मिलता है इसका फ़ायदा भारत की खबरें

    केंद्र सरकार

    सुप्रीम कोर्ट की केंद्र को फटकार, कहा- आपने पूरा देश बंद किया था, अब राहत दीजिए भारतीय रिजर्व बैंक
    GST कलेक्शन में 2.35 लाख करोड़ की कमी, वित्तमंत्री ने 'दैवीय घटना' कोरोना को ठहराया जिम्मेदार निर्मला सीतारमण
    नो-फ्लाई लिस्ट में डाले जा सकते हैं बिना मास्क पहने हवाई सफर करने वाले यात्री भारत की खबरें
    देश के 87,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में, 573 की हुई मौत दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025