पात्रा चॉल भूमि घोटाला: ED ने संजय राउत को हिरासत में लिया
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। एजेंसी के अधिकारी आज सुबह तलाशी लेने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे और कई घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि पात्रा चॉल भूमि घोटाले मामले में ED ने राउत के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। दूसरी तरफ राउत ने कहा कि उनका किसी घोटाले से संबंध नहीं है।
क्या है पात्रा चॉल का भूमि घोटाला मामला?
2008 में हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सहयोगी कंपनी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने पात्रा चॉल के पुनर्विकास का ठेका दिया था। इसमें चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे और करीब 3,000 फ्लैट MHADA को सौंपने थे। कुल भूमि 47 एकड़ की थी। इस काम के बाद गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को बची हुई भूमि के लिए बिक्री और विकास की अनुमति दी जानी थी।
कंपनी ने किसी भी फ्लैट का नहीं किया विकास
गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने पात्रा चॉल या MHADA को दिए जाने वाले किसी अन्य फ्लैट का विकास नहीं किया और उसने 1,034 करोड़ रुपये में आठ अन्य बिल्डरों को जमीन बेच दी। मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने गिरफ्तार किया था, जबकि सारंग वधावन को उसी साल सितंबर में गिरफ्तार किया था। बाद में प्रवीण को जमानत मिल गई।
इस मामले में क्या है संजय राउत का संबंध?
ED ने फरवरी में ECIR दर्ज कर 1 फरवरी को प्रवीण और सुजीत पाटकर के सात ठिकानों की तलाश लेने के बाद 2 फरवरी को प्रवीण को गिरफ्तार किया था। जांच में उसकी संजय राउत से दोस्ती होना और प्रवीण की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण देना सामने आया था। आरोप है कि राउत परिवार ने उसी पैसे से दादर में फ्लैट खरीदा था।
घोटाले से मेरा कोई लेना-देना नहीं- राउत
ED की तलाशी के बाद राउत ने ट्विटर पर लिखा कि उनका इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने शिवसेना संस्थापक के नाम की शपथ लेते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने लड़ना सिखाया है और वो शिवसेना के लिए लड़ते रहेंगे। राउत से इस मामले में एक जुलाई को ED ने पूछताछ की थी और उन्होंने करीब 10 घंटे एजेंसी के कार्यालय में बिताए थे। प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत उनसे पूछताछ हुई थी।
भाजपा ने पूछा- डर क्यों रहे संजय राउत?
भाजपा ने संजय राउत पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो वह डर क्यों रहे हैं। उनके पास प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाने का समय है, लेकिन पूछताछ के लिए समय नहीं है।