पश्चिम बंगाल: अर्पिता मुखर्जी के दूसरे घर से 28 करोड़ कैश और 5 किलो सोना बरामद
पश्चिम बंगाल शिक्षक घोटाले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी के घरों से कैश मिलना लगातार जारी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुखर्जी से संबंधित कोलकाता के एक घर से 28 करोड़ रुपये कैश और पांच किलो सोना बरामद किया है। इससे पांच दिन पहले ED ने मुखर्जी के एक और घर से 21 करोड़ रुपये कैश बरामद किया था। बता दें, मुखर्जी पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी हैं, जो फिलहाल ED की हिरासत में हैं।
किस मामले में हो रही है जांच?
कलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को पश्चिम बंगाल के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों, ग्रुप C और D कर्मचारियों की भर्ती में हुए कथित घोटाले की जांच के आदेश दिये थे। इसकी जांच की मांग करते हुए कई याचिकाएं दायर हुई थीं। यह कथित घोटाला उस समय हुआ, जब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे। वहीं ED प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत इस मामले की जांच कर रही है।
नोट गिनने के लिए लानी पड़ी मशीनें
जानकारी के मुताबिक, जिस घर से कैश और सोना मिला है, वह बेलगढ़िया इलाके में स्थित क्लब टाउन हाइट्स में स्थित है। यहां मिले नोटों के ढेर को गिनने के लिए एजेंसी को तीन नोट-काउंटिंग मशीनों की मदद लेनी पड़ी। कैश के अलावा यहां से सोना, आभूषण और कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। 23 जुलाई को गिरफ्तार मुखर्जी द्वारा पूछताछ में दी गई जानकारी के आधार पर ED ने यहां छापेमारी की थी।
10 संदूकों में भरकर ले जाया गया पैसा
ED अधिकारियों ने बुधवार को छापेमारी शुरू की थी और गुरुवार सुबह मुखर्जी के घर से निकले। करीब 18 घंटे चली छापेमारी में मिला कैश 10 संदूकों में भरकर ले जाया गया है।
तृणमूल कांग्रेस ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी?
बुधवार की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राज्य महासचिव कुनाल घोष ने कहा कि उनकी पार्टी दोषी लोगों का बचाव नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अपराध की निंदा करने के लिए कोई शब्द नहीं है। इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति का पार्टी बचाव नहीं करेगी। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो कानून अपना काम करेगा। वहीं भाजपा ने पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।
ममता बनर्जी ने लगाया मीडिया ट्रायल का आरोप
बुधवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में मीडिया ट्रायल का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब कोई बड़ा संस्थान चला रहा होता है तो कुछ गलतियां हो सकती है। अगर कोई गलती करता है और यह कानूनन सिद्ध हो जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई और उन्हें सजा होनी चाहिए, लेकिन जज के फैसला सुनाने से पहले ही लोगों के खिलाफ मीडिया ट्रायल हो रहा है।
कौन हैं पार्थ चटर्जी?
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बंगाल महासचिव चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। कुछ समय तक उन्होंने संसदीय मामलों के मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला था। 2001 में पहली बार बहला पश्चिम सीट से TMC के टिकट पर चुनाव जीतने वाले चटर्जी लगातार विधायक बने आए हैं। 2011 में ममता बनर्जी की सरकार आने से पहले वो 2006 से लेकर 2011 तक पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे थे।
न्यूजबाइट्स प्लस (प्रोफाइल)
ED ने अर्पिता मुखर्जी को पार्थ चटर्जी की 'करीबी सहयोगी' बताया है। पेशे से अभिनेत्री मुखर्जी ने कई बंगाली, ओडिया और तमिल फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 2008 में आई फिल्म 'पार्टनर' में बंगाली सुपरस्टार जीत और 2009 में आई 'मामा बागने' में प्रसनजीत चटर्जी के साथ काम किया था। वो चटर्जी की दुर्गा पूजा समिति नाकटला उदयन के प्रचार अभियान का चेहरा भी रह चुकी हैं। यह कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है।