झारखंड: ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी को किया गिरफ्तार, घर पर मिली थीं AK-47
क्या है खबर?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी सहयोगी बताए जा रहे प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है।
कल उनके घर से दो AK-47 राइफलें और गोलियां बरामद की गई थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई है।
प्रकाश को रांची से गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
छापा
अवैध खनन के एक मामले में मारा गया था प्रकाश के घर पर छापा
ED ने बुधवार को 100 करोड़ रुपये के अवैध खनन के एक मामले में प्रेम प्रकाश के घर पर छापा मारा था।
ED का दावा है कि इस छापे में उसे प्रकाश की एक अलमारी से दो AK-47 राइफलें मिलीं। इसके अलावा अधिकारियों ने अलमारी से 60 गोलियां भी जब्त कीं।
इसके बाद सुबह तड़के 3 बजे प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल जांच के लिए उन्हें एक अस्पताल भेजा गया है।
हमला
भाजपा सांसद ने बोला हमला
प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी पार्टियों ने हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है।
झारखंड के गोंडा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रेम प्रकाश का खेल खत्म। ED ने आज उसको हिरासत में लिया। AK-47, दलालों की महिमा का बखान शुरू। अधिवक्ता राजीव कुमार को जेल भेजने वाले झारखंड के नासूर जिसने मुख्यमंत्री जी को बदनामी में डाला अमित बीमार हो गया। बीमारी का इलाज NIA को ढूंढना चाहिए।'
बयान
पुलिस ने कहा- सिपाहियों की हैं राइफलें, प्रकाश के घर रखी थीं
दूसरी तरफ झारखंड पुलिस ने कहा है कि प्रकाश के घर से मिलीं AK-47 राइफलें उनकी नहीं बल्कि उनके घर के पास ठहरे पुलिस के दो सिपाहियों की हैं। अगरोरा के थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
अवैध खनन
अवैध खनन के मामले में पहले भी हो चुकी है सोरेन के करीबियों की गिरफ्तारी
बता दें कि अवैध खनन के इसी मामले में ED सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उसके सहयोगी बच्चू यादव को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
8 जुलाई को मिश्रा और उसके सहयोगियों से संबंधित 19 ठिकानों पर छापा मारने के बाद मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था।
मिश्रा से पूछताछ के आधार पर ही बुधवार को प्रकाश के घर समेत 17 ठिकानों पर छापा मार कर तलाशी ली गई।
आरोप
मामले में आरोप क्या हैं?
ED का आरोप है कि मिश्रा और उसके सहयोगियों ने खनन माफियाओं से मोटी रकम लेकर उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाया था। एजेंसी के अनुसार, इससे 100 करोड़ रुपये से अधिक वसूले गए और इस आय को गलत तरीक से ठिकाने लगाया गया।
जुलाई की छापेमारी ने 50 बैंक खातों में जमा 13.32 करोड़ रुपये भी जब्त किए थे। उसका कहना है कि ये पैसे अवैध खनन माफियाओं से ही प्राप्त किए गए थे।