दिल्ली: दिवाली से पहले 8 साल में पहली बार राजधानी में वायु प्रदूषण सबसे कम
दिवाली से पहले दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी है। 8 साल में पहली बार दिल्ली में दिवाली के एक दिन पहले वायु प्रदूषण सबसे कम दर्ज किया गया है। शनिवार को दोपहर 12 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 228 था, जो शाम 4 बजे 224 तक पहुंच गया। अगर पटाखों पर प्रतिबंध पर अमल हुआ तो दिवाली के दिन दिल्ली की हवा बीते 8 साल में सबसे बेहतर रह सकती है।
आज कितना है दिल्ली का AQI?
सुबह 7 बजे दिल्ली में AQI 202 दर्ज किया गया, जो बीते 3 हफ्तों में सबसे अच्छा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज सुबह आनंद विहार में AQI 266 दर्ज किया गया है। वहीं, आरके पुरम में 241, ITO पर 227, फरीदाबाद में 166, गुरुग्राम में 172, गाजियाबाद में 179 और नोएडा में 170 AQI दर्ज किया गया है। आज अगर पटाखों फूटे तो कल फिर प्रदूषण की स्थिति बिगड़ सकती है।
पिछले सालों में दिवाली पर कैसी थी दिल्ली की हवा?
CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर AQI 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था। दिवाली से ठीक पहले हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार देखा गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह 10 नवंबर को रुक-रुक हुई बारिश और हवा की गति का तेज होना है, जो प्रदूषकों को उड़ा ले गई है।
दिल्ली सरकार ने जारी की एडवायजरी
प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि लोगों को खुले वातावरण में सुबह की सैर और अन्य शारीरिक व्यायाम से बचना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने वायु प्रदूषण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अधिक सावधानी बरतने और बाहर न निकलने को कहा है। सांस फूलने, चक्कर आने, खांसी, सीने में असहजता या दर्द होने, आंखों में जलन होने पर चिकित्सीय परामर्श लेने को कहा है।
किन-किन श्रेणियों में विभाजित है AQI?
CPCB के अनुसार, 0-50 के बीच AQI 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच ' बेहद खराब' और 401-450 के बीच 'गंभीर' और इससे ऊपर खतरनाक माना जाता है।
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 13 नवंबर से ऑड-ईवन योजना लागू करने की घोषणा की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकार ने इसे टाल दिया है। सरकार ने 20 और 21 नवंबर को कृत्रिम बारिश कराने का भी इरादा किया था, जिस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। प्रदूषण को देखते हुए इस साल भी दिल्ली में सभी तरह के पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा।