दिल्ली: वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार, लेकिन अभी भी बेहद खराब श्रेणी में
दिल्ली में आज सुबह वायु प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार देखने को मिला, लेकिन ये अभी भी बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। आज सुबह दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 339 था, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। वायु प्रदूषण का इतना स्तर भी स्वस्थ लोगों को बीमार करने के लिए काफी है। इससे पहले पिछले तीन दिन से दिल्ली में AQI गंभीर श्रेणी में बना हुआ था और 500 से ऊपर चला गया था।
गैर-आवश्यक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर लगाई गई रोक
वायु प्रदूषण के स्तर को सुधारने के लिए दिल्ली सरकार ने शनिवार को नई पाबंदियों का ऐलान किया। सरकार ने गैर-आवश्यक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही BS-3 और BS-4 हल्के वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने भी एडवाइजरी जारी कर कहा है कि गैर-आवश्यक वाहन उसकी सीमा से दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
दिल्ली में पहले से ही लागू है GRAP का चौथा चरण
वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार शहर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण पहले ही लागू कर चुकी है। इसके तहत दिल्ली और आसपास के इलाकों में चार पहिया डीजल वाहनों पर रोक लग गई है। तेल से चलने वाले ट्रक भी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा हाईवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पाइपलाइन आदि के निर्माण और विध्वंस कार्यों पर भी रोक है।
प्राइमरी स्कूल बंद, 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम
बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का आदेश भी जारी कर चुकी है। शहर में शनिवार से प्राइमरी स्कूल बंद हैं और प्रदूषण की स्थिति सुधरने तक बंद रहेंगे। कक्षा 5 से ऊपर के स्कूलों में भी बाहरी गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके अलावा दिल्ली सरकार के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है। प्राइवेट कंपनियों को भी ऐसा करने का सुझाव दिया गया है।
पराली जलाने की घटनाओं का दिल्ली के प्रदूषण में बड़ा योगदान
बता दें कि दिल्ली में इस वायु प्रदूषण के लिए मुख्य तौर पर पड़ोसी राज्यों, खासकर पंजाब, में पराली जलाने की घटनाएं जिम्मेदार हैं। आज सुबह दिल्ली की हवा में मौजूद PM2.5 प्रदूषक कणों में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी पराली जलाने के मामलों की है। शुक्रवार को ये आंकड़ा 34 प्रतिशत था। पंजाब में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं और राज्य सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके विपरीत उत्तर प्रदेश और हरियाणा में इसके मामले घटे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रदूषण से बचने के लिए लोगों को जहां तक संभव हो सके, एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्हें घर से बाहर और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। अगर कोई घर से बाहर निकल रहा है तो मुंह पर मास्क और आंखों पर चश्मा रखें। प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचने के लिए अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। अगर कोई बीमार है तो उसे नियमित तौर पर अपनी दवाएं लेनी चाहिए।