दिल्ली: वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार होने पर CAQM ने दी पाबंदियों में ढील
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और NCR क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हवा में तेजी से घुलते जहर के बीच रविवार को थोड़ी राहत देखने को मिली है। दोपहर में दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 339 दर्ज होने के बाद कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत लागू की गई पाबंदियों में ढील दे दी है। इसके तहत शुक्रवार को लागू किए GRAP के चौथे चरण को वापस ले लिया गया है।
दिल्ली में कहां कितना रहा AQI?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में दोपहर 1.10 बजे औसत AQI 341 दर्ज किया गया था। उस दौरान अलीपुर में 357, शादीपुर 321, NSIT द्वारका 348, DTU दिल्ली 306, ITO 335, सिरीफोर्ट 351, आरकेपुरम 365, आया नगर 333, दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस में 343, मथुरा रोड 324, पूसा 304, IGI हवाई अड्डा 332, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 351, नेहरू नगर 362, पटपड़गंज 359, अशोक विहार 357, सोनिया विहार 372 और जहांगीरपुरी में 370 AQI दर्ज किया गया था।
0-50 के AQI को माना जाता है सबसे अच्छा
CPCB के अनुसार, किसी भी क्षेत्र में 0 से 50 के बीच AQI को सबसे अच्छा और 51 से 100 तक को संतोषजनक श्रेणी में माना जाता है। इसी तरह 101 से 200 के AQI को मध्यम, 201 से 300 तक खराब और 301 से 400 तक को बहुत खराब का स्तर का माना जाता है। इसके अलावा 401 से 500 के बीच AQI को गंभीर श्रेणी में माना जाता है। इसमें सांस लेना भी दूभर होता है।
दिल्ली-NCR में GRAP के तहत लगाई गई है पाबंदियां
दिल्ली-NCR क्षेत्र में अक्टूबर की शुरुआत से ही हवा की गुणवत्ता खराब होने लग गई थी। ऐसे में CAQM ने 5 अक्टूबर को GRAP का पहला चरण लागू किया था। उसके बाद 15 अक्टूबर को दूसरा, 29 अक्टूबर को तीसरा और 4 नवंबर को चौथा चरण लागू किया गया था। AQI के 201 से 300 होने पर पहला, 301 से 400 पर दूसरा, 401 से 450 पर तीसरा और 450 से अधिक होने चौथा चरण लागू किया जाता है।
GRAP के चौथे चरण में क्या लगाई गई थी पाबंदियां?
दिल्ली-NCR में शुक्रवार को GRAP का चौथा चरण लागू कर चार पहिया डीजल वाहनों पर रोक लगाई गई थी। इसी तरह ट्रकों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के साथ हाईवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पाइपलाइन आदि के निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लगाई गई थी। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कूलों को बंद करते हुए कक्षा 5 से ऊपर के स्कूलों में बाहरी गतिविधियों पर रोक और 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का आदेश दिया था।
CAQM ने क्या दी है पाबंदियों में ढील?
CAQM ने AQI के 341 पहुंचने के बाद GRAP के चौथे चरण को वापस लेने का फैसला किया है। इससे अब दिल्ली-NCR में डीजल वाहनों को प्रवेश मिल सकेगा। इसी तरह बिना प्राकृतिक गैस पाइपलाइन वाले उद्योगों का संचालन हो सकेगा। इसके अलावा हाईवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज और पाइपलाइन आदि के निर्माण और विध्वंस कार्य भी शुरू किए जा सकेंगे। हालांकि, स्कूल अभी भी बंद रहेंगे और 50 प्रतिशत कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करना होगा।
अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही बना रहेगा AQI- CAQM
पाबंदियों में ढील देने के बाद CAQM अधिकारियों ने कहा कि CPCB के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली और NCR क्षेत्र में AQI का स्तर ऐसे ही बना रहेगा। ऐसे में GRAP का चौथा चरण हटाया जा रहा है। हालांकि, तीसरा चरण अभी भी जारी रहेगा। अधिकारियों ने कहा कि गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधियों के साथ ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर के संचालन के साथ-साथ प्रदूषणकारी खनन गतिविधियों पर रोक सहित अन्य पाबंदियां अभी भी जारी रहेंगी।
पराली जलाने की घटनाओं का दिल्ली के प्रदूषण में बड़ा योगदान
बता दें कि दिल्ली में इस वायु प्रदूषण के लिए मुख्य तौर पर पड़ोसी राज्यों, खासकर पंजाब, में पराली जलाने की घटनाएं जिम्मेदार हैं। आज सुबह दिल्ली की हवा में मौजूद PM2.5 प्रदूषक कणों में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी पराली जलाने के मामलों की है। शुक्रवार को ये आंकड़ा 34 प्रतिशत था। पंजाब में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं और राज्य सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके विपरीत उत्तर प्रदेश और हरियाणा में इसके मामले घटे हैं।