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दिल्ली में वायु गुणवत्ता फिर 'गंभीर' श्रेणी में, 2-3 दिन राहत की संभावना नहीं
दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंची

दिल्ली में वायु गुणवत्ता फिर 'गंभीर' श्रेणी में, 2-3 दिन राहत की संभावना नहीं

लेखन महिमा
Nov 24, 2023
02:25 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में शुक्रवार सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 401 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। पिछले 6 दिनों से यह 'बहुत खराब' श्रेणी में था। हालांकि, दिल्ली के कुछ इलाकों में इसमें मामूली सुधार देखा गया और यहां AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में रहा, लेकिन ये भी चिंताजनक है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदूषण से जल्द राहत की कोई संभावना नहीं है।

 प्रदूषण का स्तर 

दिल्ली के किन इलाकों में सबसे अधिक प्रदूषण?

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में AQI 418 पर 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया। इसी तरह सुबह 8 बजे आरके पुरम में 424 और पटपड़गंज में 416 AQI था। पूसा में 403 AQI दर्ज किया गया। इससे पहले दिल्ली में गुरुवार को 390, बुधवार को 395, मंगलवार को 365, सोमवार को 348 और रविवार को 301 AQI रहा था। रविवार को थोड़े सुधार के बाद दिल्ली में AQI स्तर फिर बढ़ रहा है।

 AQI 

नवंबर में 14 दिन 390 से अधिक रहा AQI, 8 सालों में सबसे अधिक

दिल्ली में इस महीने 8 बार AQI 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया और ये 400 के पार रहा। इसी तरह यह 14 दिन यह 390 के पार रहा, जो पिछले 8 वर्षों में नवंबर में ऐसे दिनों की सबसे अधिक संख्या है। इससे पहले नवंबर, 2021 में ऐसे 13 दिन रहे थे। 2022 में ऐसे 3 दिन, 2020 में 9, 2019 और 2018 में 8-8, 2017 में 7, 2016 में 11 और 2015 में 7 दिन रहे थे।

आसपास 

दिल्ली के आसपास के इलाकों में कैसा है हाल?

राष्ट्रीय राजधानी के पड़ोसी शहरों में भी AQI 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में है। गाजियाबाद में 386, गुरुग्राम में 321, ग्रेटर नोएडा में 345, नोएडा में 344 और फरीदाबाद में 410 AQI दर्ज किया गया। पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के अनुसार, अगले 5-6 दिन भी प्रदूषण का स्तर 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में रहने की संभावना है। इसका मतलब इन इलाकों में भी लोगों को प्रदूषण से राहत की संभावना कम है।

मौसम

दिल्ली में 27 नवंबर को बारिश से मिल सकती है राहत 

आज से दिल्ली में हवा की दिशा में बदलाव होने की संभावना है। 27 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के कारण यहां हल्की बारिश हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, ठंड और कोहरे के चलते दिल्ली में धुंध और प्रदूषण की मोटी चादर देखने को मिल रही है। बढ़ती ठंड से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने की संभावना जताई गई है।

बैठक 

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री आज करेंगे समीक्षा बैठक 

राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आज दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में हवा की गति कम हुई है, जिससे प्रदूषण बढ़ गया है। हमने स्थिति की समीक्षा करने और आगे उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा करने के लिए आज एक बैठक बुलाई है।"

कारण 

दिल्ली में क्यों बढ़ रहा प्रदूषण?

दिल्ली में अभी प्रदूषण स्तर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली है। इससे उठने वाले धुंए की वजह से दिल्ली की हवा का स्तर खराब होता है। इसके अलावा शहर में वाहनों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। तापमान में गिरावट के साथ-साथ हवा की गति कम होने से भी प्रदूषण की समस्या विकराल हो रही है और इससे प्रदूषण हवा में जम जाता है।

कदम

दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए?

दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण लागू है। इसके तहत राजमार्ग, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, बिजली ट्रांसमिशन लाइन और पाइपलाइन बिछाने जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं से जुड़े गैर-आवश्यक निर्माणों और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक बरकरार है। यहां कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध जैसी पुराने चरणों की पाबंदियां भी लागू रहेंगी। दिल्ली सरकार ने नियमों को लागू करने और प्रदूषण की निगरानी में सहायता के लिए एक विशेष कार्य बल (STF) का गठन किया गया है।