दिल्ली में बारिश ने एक रात में बदला मौसम, वायु गुणवत्ता में हुआ सुधार
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच अचानक बदले मौसम ने सभी को बड़ी राहत दी है। दिल्ली-NCR में गुरुवार रात हुई हल्की बारिश से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। मौसम में बदलाव तब आया है जब दिल्ली सरकार दिवाली के बाद क्लाउड सीडिंग के जरिए 'कृत्रिम बारिश' कराने वाली थी। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार सुबह 6 बजे 407 था।
बारिश से दिल्ली के इलाकों में कितना हुआ प्रदूषण में सुधार?
दिल्ली में गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश से कुछ इलाकों में AQI 100 से नीचे तक पहुंच गया है, जैसे कि शाहदरा में AQI 53 दर्ज किया गया। इसके अलावा, दिल्ली के अशोक विहार में AQI 443, आनंद विहार में 436, ITO में 464, आरके पुरम में 461, बवाना में 433, रोहिणी में 429 और पंजाबी बाग में 422 था। बता दें कि गुरुवार सुबह उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली के इलाके सबसे ज्यादा प्रदूषित थे।
दिल्ली के आसपास इलाकों में प्रदूषण का स्तर अभी भी चिंताजनक
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की बात करें तो नोएडा, गुरुग्राम और अन्य शहरों में भी स्थिति उतनी बेहतर नहीं हुई है। नोएडा सेक्टर-62 में औसत AQI रीडिंग 425 रही, जबकि न्यूनतम 56 (संतोषजनक) दर्ज की गई। हालांकि, आज नोएडा का औसत AQI 475 दर्ज किया गया। गुरुग्राम में भी हवा की गुणवत्ता में अचानक सुधार देखा गया, सुबह 6 बजे AQI 50 (अच्छा) रहा और औसत AQI 399 पर 'बहुत खराब' रहा जबकि गाजियाबाद का 325 AQI दर्ज किया गया।
दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए?
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का अंतिम और चौथा चरण भी लागू है। इसके तहत दिल्ली में गैर-जरूरी ट्रकों की आवाजाही पर प्रतिबंध, गैर-जरूरी निर्माण कार्य पर रोक और सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं। BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल वाहनों पर भी शहर में प्रतिबंध है। इसके अलावा कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध जैसी पुराने चरणों की पाबंदियां भी लागू रहेंगी।
दिल्ली में पराली जलाने से बढ़ा प्रदूषण का स्तर
वायु प्रदूषण को लेकर केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों ने गुरुवार को बैठक की। इस बैठक में प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाने को माना गया। गाबा ने राज्यों को पराली जलाने पर रोक के निर्देश दिए और इसकी निगरानी की जिम्मेदारी स्थानीय अधिकारियों को दी। अब केंद्र भी पंजाब व हरियाणा में उड़नदस्ते भेजेगी जो इन राज्यों में आग की घटनाओं की जानकारी केंद्र को भेजेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
AQI का मतलब वायु गुणवत्ता सूचकांक है जिससे हवा की गुणवत्ता पता लगाया जाता है। AQI की6 श्रेणी हैं, अच्छा' (0-50), संतोषजनक (50-100), मध्यम प्रदूषित (100-200), खराब (200-300), बहुत खराब ( 300-400), और गंभीर (400-500) माना जाता है। AQI को 8 प्रदूषण कारकों के आधार पर तय किया जाता है जिसमें PM10, PM 2.5, NO2, SO2, CO2, O3, और NH3 Pb शामिल है। 24 घंटों में हवा में इन कारकों की मात्रा से AQI ज्ञात होता है।