दिल्ली में फिर से खराब हुई हवा, केजरीवाल सरकार आज ले सकती है अहम फैसला
दिल्ली-NCR में बढ़ता वायु प्रदूषण चिंता का सबब बना हुआ है। ऐसे में आज केजरीवाल सरकार पेट्रोल-डीजल वाहनों के संचालन और गैर जरूरी निर्माण कार्यों को रोकने पर बड़ा फैसला ले सकती है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बिगड़ते हालात को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू करते हुए इसके उपायों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 399 था जो बेहद गंभीर है।
पराली जलाने के कारण बढ़ा प्रदूषण- CAQM
हवा में तेजी से बढ़ते प्रदूषण को लेकर CAQM ने कहा कि दिल्ली-NCR में AQI को और खराब होने से रोकने के लिए तत्काल GRAP का तीसरा चरण लागू करना जरूरी हो गया है। CAQM ने आगे कहा कि पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से पराली जलाने के कारण मैदानी इलाकों में वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है। सर्दियों में बारिश न होने के कारण भी उत्तरी भारत के कई राज्यों में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
विशेषज्ञों ने जताई चिंता
एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण संकट को लेकर पर्यावरण और प्रदूषण मामलों के जानकारों ने चिंता जताई है। डॉ विजय सोनी ने कहा, ''एक बार फिर से दिल्ली-NCR का प्रदूषण स्तर बेहद खतरनाक हो चुका है। इस वजह से सरकार ने GRAP-3 लागू कर दिया गया है। पिछले साल की तरह इस बार भी दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरुआत में दिल्ली की हवा प्रदूषित दिख रही है। नए साल में हालात और बिगड़ सकते हैं।"
दिल्ली में क्या है AQI की स्थिति?
दिल्ली में शनिवार सुबह AQI 399 रिकॉर्ड किया गया है। यह बताता है कि दिल्ली की हवा एक बार फिर 'जहरीली' हो चुकी है। एक तरफ लोग नए साल के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हालात पर चिंता जाहिर करते हुए लोगों को सावधान रहने की हिदायत दी है। खास तौर बढ़ता वायु प्रदूषण सांस के मरीजों के लिए काफी नुकसानदायक है। इससे निजात पाना सरकार के लिए मुश्किल काम साबित होगा।
दिल्ली-NCR में इन गतिविधियों पर रहेगी पाबंदी
AQI के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार शहर में GRAP का तीसरा चरण लागू कर चुकी है। इसके तहत दिल्ली और आसपास के इलाकों में गैर-आवश्यक निर्माण और विध्वंस, स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी। इसके साथ ही सरकार आज CAQM की रिपोर्ट के आधार पर BS-3 और BS-4 इंजन वाले चौपहिया वाहनों के संचालन को लेकर भी बड़ा फैसला ले सकती है।