मणिपुर में 10,000 अतिरिक्त सैनिक होंगे तैनात, ताजा हिंसा के बाद सरकार का फैसला
मणिपुर में ताजा हिंसा के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार मणिपुर में 10,000 से ज्यादा अतिरिक्त सैनिकों को भेजने की तैयारी कर रही है। मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने बताया कि केंद्रीय बलों की 90 कंपनियां या लगभग 10,800 सैनिकों को राज्य में तैनात किया जाएगा। इसके बाद मणिपुर में तैनात कंपनियों की संख्या 288 हो जाएगी। बता दें कि मणिपुर में बीते कुछ दिनों से फिर हिंसा भड़क गई है।
हिंसाग्रस्त इलाकों में होगी सैनिकों की तैनाती
सुरक्षा सलाहकार कुलदीप ने कहा, "हमें सेना की 90 कंपनियां मिल रही हैं। एक बड़ा हिस्सा पहले ही इंफाल पहुंच चुका है। हम नागरिकों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करने तथा संवेदनशील क्षेत्रों और बिंदुओं पर निगरानी रखने के लिए बलों को वितरित कर रहे हैं। कुछ ही दिनों में सभी क्षेत्रों को कवर कर लिया जाएगा। हमने पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर जिले में नए समन्वय प्रकोष्ठ और संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे।"
3,000 हथियार बरामद किए गए
आज (22 नवंबर) को सेना, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), मणिपुर पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई थी। बैठक में राज्य की सुरक्षा स्थिति का आकलन किया गया और संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर स्थिति को काबू करने के लिए रणनीति विकसित की गई। सिंह ने कहा, "इस संघर्ष में कुल 258 लोग मारे गए हैं। अभियान अभी भी जारी है। अब तक 3,000 हथियार बरामद किए गए हैं।"
मुख्यमंत्री बोले- नेताओं के घरों में लूटपाट करने वालों की पहचान हुई
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, "लोकतांत्रिक आंदोलन के नाम पर कुछ गैंग मंत्रियों के घरों को लूट रहे हैं और उनकी संपत्तियों में आग लगा रहे हैं। CCTV फुटेज के जरिए संदिग्धों की पहचान कर ली गई है। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई होगी। मुझे यह कहते हुए शर्म आती है कि मणिपुर में यह सब हो रहा है।" बता दें कि 16 नवंबर को मुख्यमंत्री और 17 विधायकों के घर पर हमले हुए थे।
5 जिलों में कर्फ्यू में दी गई आंशिक ढील
आज यानी 22 नवंबर को मणिपुर के 5 जिलों में लोगों को जरूरी सामान खरीदने के लिए कर्फ्यू में आंशिक ढील दी गई। इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, बिष्णुपुर, काकचिंग और थौबल जिलों के सभी क्षेत्रों में सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। इससे पहले 3 जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई थी। वहीं, कुछ जगहों पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट से भी कुछ शर्तों के साथ पाबंदी हटाई गई है।
मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?
11 नवंबर को जिरिबाम जिले के जकुराडोर करोंग इलाके में बोरोबेकेरा पुलिस स्टेशन और CRPF चौकी पर कुकी उग्रवादियों ने हमला कर दिया था। इसके बाद सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया था। इस दौरान उग्रवादी मैतेई समुदाय की महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर ले गए थे। बाद में इनकी लाश मिली थी। इसके बाद से गुस्साई भीड़ ने 3 मंत्री और 6 विधायकों के घर जला दिए और कई जगहों पर हिंसा फैल गई थी।