मणिपुर: भीड़ का पुलिस मुख्यालय पर हमला, 3 BSF जवान घायल; मुख्यमंत्री के खिलाफ मार्च निकला
क्या है खबर?
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। बीती रात थौबल जिले में भीड़ ने पुलिस मुख्यालय पर हमला कर दिया। इसमें सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 3 जवान घायल हो गए।
मणिपुर पुलिस ने बताया कि भीड़ ने पुलिस मुख्यालय में घुसने की कोशिश भी की, लेकिन उन्हें खदेड़ दिया गया।
ये घटना मोरेह की सीमा के नजदीक हुई, जहां 17 जनवरी को उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाया था।
गोली
हमले में 3 जवानों को लगी गोली
पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने थौबल के खंगाबोक इलाके में तीसरी इंडियन रिजर्व बटालियन के परिसर को निशाना बनाया। इसके बाद सुरक्षाकर्मी 'न्यूनतम आवश्यक बल' का उपयोग कर भीड़ को तितर-बितर करने में कामयाब रहे।
भीड़ ने थौबल पुलिस मुख्यालय को तोड़ने का प्रयास किया और गोलीबारी की, जिसमें 3 जवान घायल हो गए।
घायलों की पहचान कॉन्स्टेबल गौरव कुमार, सहायक उप निरीक्षक (ASI) सोबराम सिंह और ASI रामजी के तौर पर हुई है।
जवान
मोरेह हिंसा में घायल एक और जवान ने दम तोड़ा
17 जनवरी को मोरेह में सुरक्षा बलों और कुकी उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में घायल हुए एक और जवान की मौत हो गई है। अब तक इस हिंसा में 2 सुरक्षाकर्मियों समेत 3 लोगों की मौत हो गई है और 2 जवान गंभीर रूप से घायल हैं।
इस घटना के संबंध में पुलिस ने एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया है, जो पिछले साल एक पुलिस अधिकारी की हत्या में भी मुख्य आरोपी था।
मार्च
इंफाल में महिलाओं ने निकाला विरोध मार्च
मोरेह में हुई घटना के खिलाफ महिलाओं ने इंफाल में मशाल रैली निकाली। मीरा पैबी संगठन से जुड़ी इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खिलाफ नारेबाजी की और सचिवालय में घुसने का भी प्रयास किया।
इसके अलावा इंफाल पश्चिम जिले के मालोम में भी महिलाओं ने रैली निकाली और हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़क को चक्का जाम किया।
महिलाओं ने उग्रवादियों के साथ हुए सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SOO) समझौते को रद्द करने की मांग की।
केंद्र
केंद्र ने भेजा ध्रुव हेलीकॉप्टर
राज्य में बढ़ती हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने एक ध्रुव हेलिकॉप्टर को इंफाल भेजा है।
एक दिन पहले ही मणिपुर सरकार ने केंद्र सरकार से तत्काल हवाई सहायता खासकर हेलीकॉप्टर प्रदान करने का अनुरोध किया था। इस हेलीकॉप्टर को फिलहाल 7 दिनों के लिए इंफाल में तैनात किया जाएगा।
दूसरी ओर बिगड़ते हालात के बीच कल मुख्यमंत्री सचिवालय में आपात बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और विधायक शामिल हुए।
मौत
हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें
पिछले साल 3 मई को मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़प के बाद से मणिपुर में हिंसा जारी है। इसमें अब तक 200 से भी ज्यादा मौतें हो गई हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
मणिपुर हिंसा की शुरुआत हाई कोर्ट के उस आदेश के बाद हुई थी, जिसमें उसने राज्य सरकार से मैतेई समुदाय को आदिवासी का दर्जा दिए जाने की मांग पर विचार करने को कहा था।