दुनियाभर में सामने आए डेंगू के 1.26 करोड़ मामले, जानिए क्या है इस बढ़ोतरी का कारण
क्या है खबर?
इस साल भारत सहित दुनियाभर में डेंगू के मामलों में बड़ा उछाल देखेने को मिला है। ब्राजील और अन्य दक्षिण अमेरिकी देश इस मच्छर जनित बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में हर साल डेंगू के मामलों में इजाफा हो रहा है, लेकिन इस साल 1.26 करोड़ लोग इसकी चपेट में आए हैं। यह संख्या साल 2023 की तुलना में दोगुनी है।
आइए इसके पीछे के कारण जानते हैं।
डेंगू
सबसे पहले जानते हैं क्या है डेंगू?
डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। संक्रमण से पीड़ित अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण दिखाई देते हैं।
इनमें बुखार, गंभीर सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, मतली और उल्टी, आंखों में दर्द और शरीर पर चकत्ते होना प्रमुख है।
हालांकि, गंभीर मामलों में संक्रमण से आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है और ठीक से या समय पर उपचार न मिलने पर संक्रमित मरीज की मौत भी हो सकती है।
हालात
इस साल कितने लोग डेंगू की चपेट में आए?
WHO के वैश्विक डेंगू निगरानी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अगस्त तक दुनिया भर में 1.26 करोड़ से ज्यादा मामले आए हैं, जिनमें से 6,991 लोगों की मौत हो गई। यह संख्या साल 2023 में दर्ज किए गए 52.70 लाख मामलों की तुलना में दोगुनी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 2024 की इस रिकॉर्ड संख्या में और भी अधिक हो सकती है। इसका कारण है कि भारत सहित अन्य कई अन्य देश वैश्विक निगरानी नेटवर्क को अपना डाटा नहीं भेजते हैं।
तुलना
पिछले सालों में कैसी रही है डेंगू की स्थिति?
WHO के आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में साल 2015 में डेंगू के 25 लाख मामले आने के साथ 1,355 की मौत हुई थी।
इसी तरह 2016 में (29 लाख मामले, 980 मौतें), 2017 में (10 लाख, 324 मौतें), 2018 में (9 लाख,486 मौतें), 2019 में (35 लाख, 2,135 मौतें), 2020 में (24 लाख, 1,095 मौतें), 2021 में (13 लाख, 548 मौतें), 2022 में (29 लाख, 1,520 मौतें) और 2023 में 52.70 लाख मामले और 4,502 मौतें दर्ज की गई थी।
भारत
भारत में क्या है डेंगू के मामलों की स्थिति?
पिछले दो महीनों में कई शहरों में डेंगू के मामलों में उछाल देखने को मिला है।
नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में जून के अंत तक डेंगू के 32,000 से अधिक मामले सामने आए थे और 32 लोगों की मौतें हुई थीं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने अगस्त में कहा था कि भारत में इस साल डेंगू के मामलों की संख्या 2023 की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक हो सकती है।
जानकारी
कर्नाटक और तेलंगाना में रहा सर्वाधिक प्रकोप
भारत में इस साल डेंगू का सर्वाधिक प्रकोप कर्नाटक और तेलंगाना में रहा है। कर्नाटक में इस साल 7,500 से अधिक और तेलंगाना में 2,500 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसी दर्ज दोनों राज्यों में दर्जनों मौतें भी दर्ज की जा चुकी हैं।
कारण
क्या है डेंगू के मामलों में उछाल का कारण?
डेंगू के मामलों में उछाल का बड़ा कारण शहरीकरण है। शहरी क्षेत्र एडीज एजिप्टी मच्छरों के पनपने के लिए काफी सुरक्षित है।
शहरों में पानी का भराव आसानी से हो जाता है। आमतौर पर बारिश के दौरान या बाद में डेंगू के मामले बढ़ते हैं।
दिल्ली इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी की डॉ सुजाता सुनील के अनुसार, दिल्ली में गर्मी के बाद बारिश होना मच्छरों के पनपने के लिए अच्छी स्थिति है।
जलवायु
जलवायु परिवर्तन भी है बड़ा कारण
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन अनुसार, डेंगू के प्रकोप के लिए जलवायु परिवर्तन भी जिम्मेदार है।
तापमान में बढ़ोतरी से मच्छर उन जगहों पर भी पनपने लगे हैं, जहां पहले नहीं पनप पाते थे। इनमें अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र शामिल हैं। बढ़ता तापमान डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का तेजी से विस्तार कर सकता है।
इसके अलावा, मच्छरों में तेजी से वायरल प्रवर्धन, वेक्टर सर्वाइवल में वृद्धि, प्रजनन और काटने की दरों में इजाफा हो सकता है।
जानकारी
लोगों की आवागमन भी है संक्रमण का कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, लोगों और सामानों की वैश्विक आवाजाही ने आम तौर पर संक्रमण के प्रसार को बढ़ावा दिया है। संक्रमित लोग यात्रा के दौरान दूसरी जगहों पर संक्रमण छोड़ देते हैं। हालांकि, बेहतर परीक्षण और रिपोर्टिंग भी संख्या में इजाफा कर सकती है।
बचाव
डेंगू को कैसे रोका जा सकता है?
लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके घरों या आस-पड़ोस में मच्छर न पनपें। गमलों, पक्षियों के नहाने के बर्तनों आदि में पानी जमा होने से रोकना होगा।
इसी तरह लोगों को खुद को मच्छरों के काटने से बचाने की भी जरूरत है।
एडीज एजिप्टी मच्छर दिन में काटते हैं। ऐसे में पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने से मच्छरों के काटने से बचा जा सकता है। खास तौर पर मानसून के दौरान यह बचाव बेहद जरूरी है।
वैक्सीन
क्या डेंगू के खिलाफ वैक्सीन उपलब्ध हैं?
WHO ने डेंगू के खिलाफ दो वैक्सीन की सिफारिश की है। इनमें सैनोफी का डेंगवैक्सिया और टेकेडा का क्यूडेंगा शामिल है। हालांकि, इन वैक्सीनों को अभी तक भारत में मंजूरी नहीं मिली है।
इसके अलावा, भारत अपनी खुद की कई वैक्सीन बनाने पर भी काम कर रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के साथ मिलकर इसकी वैक्सीन विकसित करने में जुटा हुआ है।