गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर पहुंचे, शांति बहाल करने के लिए करेंगे कई दौर की बैठकें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हिंसाग्रस्त मणिपुर पहुंच गए हैं। वह राज्य में हो रही हिंसा को देखते हुए 4 दिवसीय दौरे पर सोमवार रात को राज्य की राजधानी इम्फाल पहुंचे। वह स्थिति का आंकलन लेने और सामान्य स्थिति बहाल करने की योजना बनाने के लिए आज कई दौर की बैठकें करेंगे। शाह हिंसा को नियंत्रित करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की घोषणा करने के लिए बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं।
शाह ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के साथ की बैठक
शाह का 3 मई को जातीय संघर्ष छिड़ने के बाद मणिपुर का यह पहला दौरा है। उन्होंने सोमवार रात को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, राज्य के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने बैठक के दौरान राज्य में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि शाह की मणिपुर में उपस्थिति ने शांति बहाल करने पर लोगों के विश्वास को बढ़ाया है।
मणिपुर में 38 संवेदनशील क्षेत्रों की हुई पहचान- मुख्यमंत्री सिंह
मुख्यमंत्री सिंह ने सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में 38 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की गई है और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के जवानों को किसी भी हिंसा को रोकने के लिए इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है। उन्होंने लोगों से भी स्थिति को सामान्य बनाने की दिशा में सुरक्षा बलों का सहयोग करने की अपील की है। इससे पहले रविवार को सुरक्षा बलों ने करीब 40 उग्रवादियों को ढेर कर दिया था।
मणिपुर में हिंसा का कारण विद्रोह नहीं- CDS जनरल चौहान
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि मणिपुर में जारी हिंसा का विद्रोह से कोई लेना-देना नहीं है और यह सिर्फ 2 जातियों के बीच टकराव के कारण है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सेना ने बेहतरीन काम करते हुए कई लोगों की जान बचाई है और कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल करने के लिए राज्य सरकार का सहयोग कर रही है। इससे पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी 2 दिवसीय दौरे पर मणिपुर गए थे।
31 मई तक बढ़ाया गया इंटरनेट पर प्रतिबंध
मणिपुर सरकार ने राज्य में इंटरनेट पर जारी प्रतिबंध को 31 मई तक बढ़ा दिया है। बता दें कि मणिपुर में पहली बार 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया था, जिसके बाद इसे लगातार बढ़ाया जा रहा है।
मणिपुर में क्यों हो रही है हिंसा?
इस महीने की शुरुआत से मणिपुर में हिंसा जारी है। आदिवासियों ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिये जाने के विरोध में 3 मई को एकजुटता मार्च निकाली थी, जिसके बाद एक हफ्ते से ज्यादा समय तक राज्य में हिंसक झड़पें होती रहीं। हिंसा में 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राज्यभर में लगभग 2,000 घरों को भी जलाया गया है और हजारों लोगों को यहां से विस्थापित होना पड़ा है।