केंद्र सरकार अब नहीं खरीदेगी कोरोना वायरस वैक्सीन, जानिए क्यों लिया गया फैसला
देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन नहीं खरीदने का निर्णय लिया है। सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि वह खुद कोरोना वैक्सीन खरीदें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार राज्यों से आम जनता के लिए कोरोना वैक्सीन की चौथी या तीसरी खुराक की भी सिफारिश नहीं कर रही है क्योंकि कोरोना वायरस का नया सब-वेरिएंट XBB.1.16 कम घातक है। इसी कारण यह निर्णय लिया गया है।
अब तक राज्यों को मुफ्त वैक्सीन प्रदान कर रहा था केंद्र
16 जनवरी, 2021 को शुरू हुए राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन अभियान के तहत केंद्र राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में कोरोना वायरस वैक्सीन मुहैया कराकर उनकी मदद कर रहा था। 2022-23 के बजट में सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 4,237 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, जिसका करीब 85 प्रतिशत बजट खर्च नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक कोरोना की 220.66 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर ICMR ने क्या कहा?
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का कहना है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी XXB.1.16 सब-वेरिएंट कारण हुई है, जो ओमिक्रॉन का ही एक सब-वेरिएंट है। रिसर्च में पता चला है कि यह वेरिएंट कम खतरनाक है और अस्पताल में भर्ती होने की दर प्रति 1,000 लोगों में से एक है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि संक्रमण दर में बढ़ोतरी की वजह कोई नई लहर नहीं है और ये महामारी का अंतिम चक्र है।
क्या है XBB.1.16 वेरिएंट?
XBB.1.16 वेरिएंट ओमिक्रॉन का ही एक सब-वेरिएंट है, जो काफी तेजी से फैलने में सक्षम है। यह वायरस की XBB फैमिली से निकला है। इसके अमीनो एसिड और न्यूक्लियोटाइड में कई म्यूटेशन हैं, जिस वजह से ये वैक्सीनेश और संक्रमण से पैदा हुई इम्युनिटी को कम या बेअसर कर सकता है। 2021 में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस दर्ज किया गया था और उसके बाद से ही इस फैमिली के अलग-अलग वेरिएंट फैल रहे हैं।
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण के 7,830 नए मामले सामने आए, जबकि 16 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को देश में कुल 2,14,242 लोगों की जांच की गई। अब तक भारत में कुल 5,31,016 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 40,215 हो गई है। महाराष्ट्र और केरल में सबसे अधिक दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।