क्या है कोरोना का XBB.1.16 वेरिएंट, जिसके कारण देश में बढ़ रहे मामले? जानें जरुरी बातें
देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3,016 नए मामले मिले हैं, जो पिछले 6 महीने में सबसे ज्यादा है। दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रॉन के नए XBB.1.16 वेरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है। यह वेरिएंट पहली बार पुणे में मिला था। इसके बाद से देशभर खासतौर से महाराष्ट्र में इसके मामले बढ़ने लगे। वेरिएंट से जुड़ी सारी बातें जानते हैं।
क्या है XBB.1.16 वेरिएंट?
XBB.1.16 वेरिएंट ओमिक्रॉन का ही एक सब-वेरिएंट है, जो काफी तेजी से फैलने में सक्षम है। यह वायरस के XBB फैमिली से निकला है। इसके अमीनो एसिड और न्यूक्लियोटाइड पर कई म्यूटेशन है, इस वजह से ये टीकाकरण और संक्रमण से पैदा हुई इम्युनिटी को कम या बेअसर कर सकता है। 2021 में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस दर्ज किया गया था, उसके बाद से ही इस फैमिली के अलग-अलग वेरिएंट फैल रहे हैं।
भारत में इस वेरिएंट के कितने मामले हैं?
भारत कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) के मुताबिक, देश में XBB.1.16 वेरिएंट के अब तक 610 मामले दर्ज हुए हैं। इस वेरिएंट के महाराष्ट्र और गुजरात में 164, तेलंगाना में 93 और कर्नाटक में 86 मामले मिले हैं। देश में इस वेरिएंट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मार्च में 204 मरीजों के सैंपल में XBB.1.16 वेरिएंट पाया गया, जो फरवरी में 138 और जनवरी में मात्र 2 लोगों के सैंपल में मिला था।
XBB.1.16 वेरिएंट के लक्षण क्या है?
कोरोना के XBB.1.16 वेरिएंट के लक्षण भी ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण के समान ही है। गले में खराश, सिर दर्द, बदन दर्द, खांसी और बुखार जैसे लक्षण शामिल हैं। इस वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में अभी तक स्वाद या गंध लेने की क्षमता चले जाने जैसे लक्षण नहीं देखे गए हैं। ज्यादातर मरीजों में किसी तरह के गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं और वे होम आइसोलेशन में ही ठीक हो गए।
कितना खतरनाक है XBB.1.16 वेरिएंट?
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए डॉक्टर विपिन वशिष्ठ ने कहा था, "XBB.1.16 वेरिएंट को लेकर वैश्विक स्तर पर कुछ चिंताएं हैं क्योंकि इसमें कुछ ऐसे म्यूटेशन देखे गए हैं, जो वैक्सीन से मिली इम्युनिटी के असर को खत्म या कम कर सकते हैं।" हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण और लोगों के संक्रमित होने से ज्यादातर लोगों में वायरस के प्रति हाइब्रिड इम्युनिटी विकसित हो गई है।
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
विशेषज्ञों के मुताबिक, बुजुर्ग लोग इस वेरिएंट की चपेट में जल्दी आ सकते हैं, वहीं अस्थमा, मधुमेह, कैंसर और ह्रदय रोगियों को भी ज्यादा खतरा है। ऐसे लोगों को वैक्सीन के बूस्टर डोज के साथ ही अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है।
आप कैसे कर सकते हैं खुद का बचाव?
विशेषज्ञों का कहना है कि वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन कर आप खुद को वायरस की चपेट में आने से बचा सकते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें, यात्रा के बाद खुद को आइसोलेट करें, बूस्टर डोज लें, मास्क पहनें और हाथों को बार-बार धोने से संक्रमण से बचा जा सकता है। बच्चे, बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज कोविड अनुरूप व्यवहार का खासतौर से पालन करें।
देश में क्या है कोरोना मामलों की स्थिति?
देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,016 नए मामले मिले हैं, जो पिछले 6 महीने में सबसे ज्यादा है। ये पिछले दिन के मुकाबले 40 प्रतिशत ज्यादा हैं। दिल्ली में बुधवार को 300 नए मरीज मिले हैं, जो पिछले साल सितंबर के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के 450 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन के मुकाबले करीब दोगुने हैं।