कपिल सिब्बल ने 'इंसाफ' नामक मंच की घोषणा, विपक्ष के मुख्यमंत्रियों से मांगा समर्थन
राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने 'इंसाफ' नामक मंच की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस मंच के जरिए भाजपा शासित केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में फैले अन्याय के खिलाफ लड़ाई की जाएगी। उन्होंने इसके लिए विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों और नेताओं से भी समर्थन मांगा है। सिब्बल ने कहा कि मंच के तहत वकील अन्याय के खिलाफ लड़ने में लोगों की मदद करेंगे।
राष्ट्रीय स्तर का मंच होगा 'इंसाफ'- सिब्बल
सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि 'इंसाफ' एक राष्ट्रीय स्तर का मंच होगा, जिसमें वकील अग्रणी होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखाएं देशभर में अपनी विचारधारा को हर जगह फैला रही हैं, जिससे देश में अन्याय बढ़ रहा है। कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता और वरिष्ठ वकील सिब्बल ने कहा कि 'इंसाफ' लोगों का मंच होगा। इसके साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टी का गठन करने की अफवाहों को भी खारिज कर दिया।
राजनीतिक और सामाजिक अन्याय के खिलाफ करेंगे लड़ाई- सिब्बल
सिब्बल ने कहा, "आज देश में समाजिक न्याय नहीं दिख रहा है। देश में 80 करोड़ लोग 5,000 रुपये से कम कमा रहे हैं। वहीं कामकाजी परिवार की औसतन सालाना आय सिर्फ 53,000 रुपये है।" उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार 2014 के बाद से अब तक आठ सरकारों को गिरा चुकी है, जो एक राजनीतिक अन्याय है। सिब्बल ने आगे कहा कि उनका मंच देश में फैल रहे राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा।
11 मार्च को होगी 'इंसाफ' की बैठक- सिब्बल
सिब्बल ने कहा कि उनके नए मंच को लेकर 11 मार्च को जंतर-मंतर पर एक बैठक आयोजित होगी, जिसमें भारत के लिए दृष्टिकोण को पेश किया जाएगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में आम लोगों के साथ-साथ कांग्रेस समेत अन्य कई विपक्षी दलों के नेताओं को भी शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। गौरतलब है कि सिब्बल ने अपनी पहल के लिए गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से समर्थन देने की अपील की है।
सिब्बल ने पिछले साल छोड़ी थी कांग्रेस
बता दें कि कपिल सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सिब्बल ने इसके बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से राज्यसभा सदस्य के लिए अपना नामांकन किया था और चुन लिए गए थे। गौरतलब है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे कपिल सिब्बल 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।