कोरोना वायरस: देश में चार महीने बाद एक दिन में मिले 800 से अधिक नए मामले
क्या है खबर?
देश में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण के 843 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस अवधि के दौरान दो संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 126 दिनों बाद यानी करीब 4 महीने एक दिन में संक्रमण के 800 से अधिक नए मामले मिले हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में H3N2 वायरस के मामलों के साथ-साथ कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
औसत
भारत में औसत दैनिक मामले 6 गुना बढ़े
भारत में कोरोना वायरस के औसत दैनिक मामले एक महीने में करीब 6 गुना बढ़ गए हैं।
बता दें कि एक महीने पहले 18 फरवरी को औसत दैनिक मामले 112 थे, जबकि अब 18 मार्च को यह बढ़कर 626 हो गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या सबसे अधिक है। वहीं सक्रिय मामले कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है।
स्थिति
देश में क्या है महामारी की स्थिति?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,389 हो गई है। वहीं देश में अब तक कुल 4,41,58,161 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि 5,30,799 मरीजों की मौत हुई है।
गौरतलब है कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,02,591 टेस्ट किए गए थे, जबकि कोरोना वायरस वैक्सीन की 2.20 अरब खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 6 राज्यों को लिखा पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 6 राज्यों को पत्र लिखकर कहा था कि वायरल बुखार में अचानक वृद्धि को नियंत्रित करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर परीक्षण, उपचार, ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर जोर देने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि भूषण ने इससे पहले भी संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में वृद्धि को लेकर राज्यों को पत्र लिखते हुए चिंता जाहिर की थी।
मामले
भारत में वायरल बुखार के मामलों में भी हुई है बढ़ोतरी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने वायरल बुखार के मामलों में हुई बढ़ोतरी के पीछे H3N2 वायरस को जिम्मेदार बताया है, जो इंफ्लुएंजा A का ही एक प्रकार है।
IMA के मुताबिक, अक्टूबर से फरवरी के बीच इंफ्लुएंजा और दूसरे वायरस की वजह से इस तरह का बुखार आना सामान्य है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा वायरस 4 तरह के होते हैं- A, B, C और D। इनमें से A और B वायरस एक विशेष सीजन में फैलते हैं।
संक्रमण
क्या हैं इंफ्लुएंजा H3N2 के लक्षण?
चिकित्सकों का कहना है कि इंफ्लुएंजा H3N2 से ग्रसित मरीजों को गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने की शिकायत होती है और यह वायरस तेजी से म्यूटेट हुआ है, जिसके कारण इसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है।
उनके मुताबिक, H1N1 की वजह से कई साल पहले महामारी फैली और H3N2 उसी वायरस का स्ट्रेन है, जो एक सामान्य इंफ्लुएंजा स्ट्रेन ही है। कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में यह संक्रमण फैल रहा है।