केंद्र ने राज्यों को 'कोविशील्ड' की दूसरी खुराक का अंतर आठ सप्ताह तक बढ़ाने को कहा
क्या है खबर?
कोरोना महामारी के खिलाफ देश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान में काम आ रही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' वैक्सीन की प्रभाविकता को बढ़ाने के लिए सरकार ने इसकी दूसरी खुराके लिए अंतर को आठ सप्ताह तक बढ़ाने का निर्णय किया है।
इसके लिए सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर प्रक्रिया में संशोधन के लिए कहा है। इस प्रक्रया से वैक्सीन ज्यादा कारगर रहेगी।
वैक्सीनेशन
भारत में 16 जनवरी से हुई थी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत
भारत में 16 जनवरी को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। इसके बाद 1 मार्च में वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू कर दिया गया था।
इसमें 60 से अधिक उम्र और गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है।
देश में अब तक 4,50,65,998 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। बुधवार को 4,62,157 को वैक्सीन दी गई थी।
जानकारी
अब तक रखा जा रहा था 28 दिन का अंतर
बता दें कि देश में अब तक वैक्सीनेशन अभियान के दौरान 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन' की दूसरी खुराकों के बीच 28 दिन या चार से छह सप्ताह तक का अंतर रखा जा रहा था। इसके बाद इसकी प्रभाविकता बढ़ाने को लेकर और अध्ययन किया गया था।
कारण
केंद्र ने अंतर बढ़ाने के पीछे यह बताया कारण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पत्र में लिखा है कि वैक्सीनेशन पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) और वैक्सीनेशन विशेषज्ञ ग्रुप की ताजा अध्ययन के आधार पर अंतर बढ़ाने का निर्णय किया जा रहा है।
अध्ययन के अनुसार यदि वैक्सीन की दूसरी खुराक छह से आठ सप्ताह के बीच दी जाती है, तो ये ज्यादा लाभदायक होगी।
पत्र में यह भी कहा गया है कि वैक्सीन की दूसरी खुराक में इससे अधिक अंतर नहीं होना चाहिए।
अध्ययन
खुराकों के बीच अंतर बढ़ने पर प्रभावशीलता पर क्या असर पड़ा?
बता दें कि लांसेट यूनिवर्सिटी में प्रकाशित तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजों से संबंधिक एक अध्ययन के अनुसार, ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की दो खुराकों के बीच 12 सप्ताह (तीन महीने) से अधिक का अंतराल होने पर इसे 82.4 प्रतिशत प्रभावी पाया गया, वहीं छह सप्ताह से कम के अंतराल पर यह आंकड़ा 54.9 प्रतिशत रहा।
यही नहीं, 12 सप्ताह बाद दूसरी खुराक लेने वालों में छह सप्ताह वाले समूह के मुकाबले दोगुनी एंटीबॉडीज मिली है।
जानकारी
एक खुराक के बाद तीन महीनों तक 76 प्रतिशत सुरक्षा
इस अध्ययन में यह बात भी सामने आई कि अगर दो खुराकों के बीच 12 सप्ताह का अंतर रखा जाता है तो इस बीच पहली खुराक भी कोरोना के संक्रमण से 76 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करती है। यह बड़ा ही चौंकाने वाला आंकड़ा था।
सुरक्षा
एक खुराक से नहीं मिलती पूरी सुरक्षा
ब्रिटेन की सरकार ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक देने में तीन से चार सप्ताह के अंतर की जगह 12 सप्ताह का अंतराल रखने का फैसला लिया है।
दिसंबर 2020 में प्रकाशित आंकड़े के अनुसार, फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन की पहली खुराक के बाद वह 52 प्रतिशत, जबकि दूसरी खुराक के बाद 95 प्रतिशत प्रभावी मिली थी।
वहीं ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की पहली खुराक 64.1 प्रतिशत और दूसरी खुराक 70.4% प्रभावी मिली थी।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 46,951 नए मामले सामने आए और 212 मरीजों की मौत हुई है। ये नवंबर के बाद देश में एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,16,46,081 हो गई है। इनमें से 1,59,967 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,34,646 हो गई है।