ब्राजील: भारत से कोविशील्ड मिलने में देरी के बाद चीनी वैक्सीन के साथ वैक्सीनेशन शुरू
क्या है खबर?
भारत से कोरोना वायरस की वैक्सीन की खुराक न मिलने के बाद ब्राजील ने चीनी कंपनी की वैक्सीन के साथ अपने देश में वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया है।
एक समय चीनी वैक्सीन सिनोवैक की आलोचना कर उस पर सवाल उठा चुके ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने इसी वैक्सीन के साथ देश को महामारी से बचाने का अभियान शुरू किया है।
गौरतलब है कि ब्राजील को भारत से मिलने वाली वैक्सीन की खेप में काफी देर हो चुकी है।
ब्राजील
सरकार पर था वैक्सीनेशन शुरू करने का दबाव
कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में ब्राजील अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। यहां सरकार पर जल्द से जल्द वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने का दबाव बढ़ रहा था।
ब्राजील को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड की 20 लाख खुराकें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन भारत ने फिलहाल इस वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा रखी है।
भारत में पर्याप्त उपलब्धता के बाद इस वैक्सीन का निर्यात शुरू किया जाएगा।
सियासी घटनाक्रम
वैक्सीनेशन को लेकर ब्राजील में सियासी पारा चरम पर
द प्रिंट के अनुसार, ब्राजील में बोल्सोनारो और साओ पाउलो राज्य के गवर्नर जोआओ डोरिया के बीच वैक्सीनेशन को लेकर राजनीतिक तनातनी लगातार बढ़ रही है। डोरियो को बोल्सोनारो का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है।
साओ पाउलो ने बीते साल चीन की सरकार के साथ वैक्सीन को लेकर समझौता किया था और स्थानीय स्तर पर सिनोवैक की कुछ खुराकों का उत्पादन भी किया है।
राजनीतिक दबाव के बीच बोल्सोनारो जल्द से जल्द देशभर में वैक्सीनेशन अभियान शुरू करना चाहते थे।
कोरोना वैक्सीन
वैक्सीन की मांग को लेकर बोल्सोनारो ने मोदी को लिखा था पत्र
इसे लेकर बोल्सोनारो ने इसी महीने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर जल्द वैक्सीन भेजने की मांग की थी, लेकिन भारत की तरफ से अभी तक वैक्सीन को लेकर ब्राजील को प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, इसके बाद ब्राजील ने सिनोवैक की 60 लाख खुराकें खरीदने के लिए चीन के साथ समझौता किया है ताकि वैक्सीनेशन का पहला चरण शुरू किया जा सके।
इससे पहले बोल्सोनारो कह चुके हैं कि वो कभी भी चीनी वैक्सीन नहीं चुनेंगे।
कोरोना वैक्सीन
निर्यात को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं
जानकारी के अनुसार, ब्राजील ने 'विशेष दामों' पर भारत से 20 लाख खुराकें खरीदने का समझौता किया है। सूत्रों ने कहा कि ब्राजील को वैक्सीन जरूर मिलेगी, लेकिन इसके लिए उसे थोड़ा इंतजार करना होगा।
वहीं SII के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक निर्यात को लेकर स्थिति बहुत स्पष्ट नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस महीने के अंत तक कुछ देशों के लिए निर्यात शुरू हो सकता है।
जानकारी
सोमवार से शुरू हुआ वैक्सीनेशन अभियान
ब्राजील में चीन से मिली 60 लाख खुराकों के साथ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो चुका है। वैक्सीनेशन के लिए यहां पर स्वास्थ्यकर्मियों, 60 साल से अधिक उम्र के लोगों, दूसरी बीमारियों के मरीजों के प्राथमिकता दी जाएगी।
महामारी
ब्राजील में कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, ब्राजील में अब तक 85.12 लाख कोरोना संक्रमितों में से 2.10 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
संक्रमितों की संख्या के लिहाज से ब्राजील भारत और अमेरिका के बाद तीसरा सर्वाधिक प्रभावित और मृतकों की संख्या के हिसाब से दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
अमेरिका में 2.40 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 3.99 लाख लोगों की मौत हुई है। वहीं भारत में 1.05 करोड़ में 1.52 लाख की मौत हुई है।