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कोरोना वैक्सीन के नाम पर शुरू हुई धोखाधड़ी, केंद्र सरकार ने जारी की चेतावनी

कोरोना वैक्सीन के नाम पर शुरू हुई धोखाधड़ी, केंद्र सरकार ने जारी की चेतावनी

Jan 22, 2021
07:44 pm

क्या है खबर?

देश में कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन दी जा रही है। इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के प्राथमिकता सूची वाले लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए पंजीयन प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच जालसाज लोगों को फोन कर वैक्सीनेशन के नाम पर लोगों से आधार और OTP मांग कर धोखाधड़ी करने लगे हैं। इसको लेकर केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी किया है।

प्रकरण

मध्य प्रदेश में जालसाजों ने वैक्सीनेशन के लिए मांगे 500 रुपये

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार सरकार द्वारा दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के प्राथमिकता सूची वाले लोगों को वैक्सीन लगाने तथा उनका पंजीयन शुरू करने की घोषणा करने के बाद जालसाजों ने धोखाधड़ी शुरू कर दी। गत दिनों ने जालसाजों ने मध्य प्रदेश में बुजुर्गों को फोन कर खुद को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) का कर्मचारी बताकर वैक्सीनेशन के पंजीयन के लिए 500 रुपये की मांग की थी। लोगों ने पुलिस में इसकी शिकायत दी है।

जांच

इन राज्यों से किए गए थे फोन

लोगों की शिकायत के बाद मध्य प्रदेश साइबर सेल ने मामले की जांच की। इसमें सामने आया कि राज्य में लोगों को फोन करने वाले लोग हरियाणा, हैदराबाद और तेलंगाना से थे। साइबर सेल के अधिकारियों ने बताया कि फोन नंबरों के आधार पर आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपी लोगों से पंजीयन के लिए आधार नंबर और OTP देने की भी मांग कर रहे हैं। ऐसे में वह इसका गलत उपयोग कर सकते हैं।

अलर्ट

केंद्र सरकार ने जारी किया अलर्ट

मामले में केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। सरकारी संस्था प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा, 'ड्रग अथॉरिटी ऑफ इंडिया से होने का दावा करने वाले कुछ जालसाज वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना वैक्सीन आवंटन के लिए अपने आधार और OTP की पुष्टि करने के लिए बुला रहे हैं। यह जालसाजों की करतूत है। ऐसे टेलीकॉलर्स को कभी भी OTP और व्यक्तिगत विवरण नहीं दें।'

हकीकत

वैक्सीनेशन के स्वयं पंजीयन कर सकेंगे लोग

बता दें कि केंद्र सरकार ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि बुजुर्गों को कब से वैक्सीन दी जाएगी और उसकी कीमत क्या होगी। हालांकि, सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पंजीयन प्रक्रिया में कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं होगा। मतदाता सूची से बुजुर्गों का डाटा एकत्र किया गया है। को-विन (Co-WIN) ऐप के सबके लिए लॉन्च किए जाने के बाद लोग स्वयं अपना पंजीयनक कर सकेंगे। ऐसे में लोगों को जालसाजों से सतर्क रहना होगा।

प्रक्रिया

इस तरह पंजीयन करा सकेंगे लोग

बता दें कि सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वैक्सीनेशन अभियान के लिए पंजीयन कराते समय लोगों को कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इसमें ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, आधार, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज़, मनरेगा जॉब कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, सांसदों/विधायकों/MLC का आधिकारिक पहचान पत्र, सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र और स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड आदि शामिल है। पंजीयन के लिए कोई निजी विवरण नहीं मांगा जाएगा।