अयोध्या ने तोड़ा अपना ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, दीपोत्सव में जलाए 15.76 लाख दीपक
अयोध्या में दिवसीय दीपोत्सव समारोह ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। इस साल के दीपोत्सव में सरयू तट पर 15.76 लाख से ज्यादा मिट्टी के दीपक जलाए गए हैं। इसके साथ ही गिनीज बुक में अयोध्या के नाम फिर से नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। इस मामले में उसने पिछले साल बनाया अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। पिछले साल यहां करीब 11 लाख दीपक जलाए गए थे। यह रिकॉर्ड अयोध्यावासियों के लिए गर्व की बात है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दीपक जलाकर किया दीपोत्सव का आगाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अयोध्या पहुंचकर शाम को सरयू तट पर राम की पैड़ी पर दीपक जलाकर विशाल दीपोत्सव का आगाज किया। उसके बाद पूरा सरयू तट जलते दीपकों की लौ से जगमगा हो उठा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित कई मंत्री मौजूद थे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। उन्होंने राम मंदिर में दीपक जलाया और भगवान राम का राज्याभिषेक भी किया।
दीपोत्सव के आगाज के बाद आयोजित लेजर शो ने मोहा लोगों का मन
दीपोत्सव के आगाज के बाद आयोजित शानदार लेजर शो ने लोगों का मन मोह लिया। लेजर शो के जरिए संगीत से सजी राम कथा का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसके बाद लता मंगेशकर के 'ठुमक चलत रामचंद्र' गीत प्रस्तुत कर स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी गई। इसी तरह रघुपति राघव राजाराम और गायक उदित नारायण की आवाज में मंगल भवन अमंगल हारी जैसे गीतों पर लोग झूमते दिखे। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम का आनंद लिया।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने किया ऐलान
कार्यक्रम के बीच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने सरयू तट पर एक साथ जलाए गए 15.76 लाख दीपकों का ऐलान करते हुए अयोध्या के नाम नया रिकॉर्ड दर्ज होने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के हाथों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस उपलब्धि के लिए प्रमाण पत्र भी दिलवाया। इसके साथ ही पूरी अयोध्या 'जय श्री राम' के नारों से गुंजायमान हो उठी। हर कोई अयोध्या के रंग में रंगा था।
प्रमाण पत्र लेकर क्या बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ?
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभु श्रीराम की पावन स्मृतियों को संजोए अयोध्या में आज दिव्य रामरस के अमृत प्रकाश से दीप्त होकर मां सरयू का तट पूरी तरह से 'राममय' हो गया। उन्होंने कहा कि यहां सर्वाधिक दीपक जलाने का बना विश्व रिकॉर्ड सनातन मूल्यों के प्रति दृढ़ होते लोगों की विश्वास की एक सुंदर झांकी है। सभी रामभक्तों को हार्दिक बधाई।
दीपोत्सव में हर साल हो रहा है दीपकों की संख्या में इजाफा
बता दें कि अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत साल 2017 से हुई थी। उसके बाद से ही यहां हर साल दीपकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। साल 2017 में आयोजित दीपोत्सव में 1.71 लाख दीपक जलाए गए थे। उसके बाद साल 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख और 2021 में 11 लाख दीपक जलाए गए थे। इस बार दीपोत्सव 2022 में 15.76 लाख दीपकों का रिकॉर्ड बनाया गया है।
दीपावली के दीपक देश के आदर्शों और मूल्यों के जीवंत ऊर्जापुंज- मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दीपोत्सव का आगाज करने के बाद कहा कि श्रीरामलला के दर्शन और राजाराम का अभिषेक करने का सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। उन्हें खुशी है कि आज देश-विदेश में अयोध्या के इस भव्य आयोजन का प्रसारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने जीवन में कर्तव्यों पर सर्वाधिक जोर दिया है। दीपावली के दीपक सिर्फ वस्तु नहीं हैं बल्कि भारत के आदर्शों और मूल्यों के जीवंत ऊर्जापुंज हैं।