कानपुर: दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में 32 की मौत, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 27 श्रद्धालु मरे
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले 24 घंटे के अंदर हुई दो सड़क दुर्घटनाओं में 32 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 27 लोगों की मौत तो श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के तालाब में पलटने से हुई। दोनों दुर्घटनाओं में 30 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मुंडन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर वापस लौट रहे थे श्रद्धालु
पहली सड़क दुर्घटना में उन्नाव से कानपुर लौट रही श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली घाटमपुर में एक तालाब में गिर गई। दुर्घटना के समय ट्रॉली में लगभग 50 लोग सवार थे। इनमें से 27 लोगों की मौत हो गई, वहीं लगभग 20 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। ये सभी श्रद्धालु उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर में हुए एक मुंडन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे।
बचाव अभियान में देरी के लिए धाना प्रभारी निलंबित
सड़क दुर्घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ितों को तालाब से बाहर निकाला। घटनास्थल से आए एक वीडियो में स्थानीय लोगों को पानी में डूबे बेहोश श्रद्धालुओं को बाहर निकालते हुए देखा जा सकता है। लापरवाही के लिए साढ़ थाने के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, पुलिसकर्मियों को घटनास्थल पर भेजने में हुई देरी के लिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई हुई है।
दूसरी दुर्घटना में ट्रक ने टेंपो को रौंदा, 5 मरे
इस दुर्घटना के चंद घंटे बाद ही कानपुर के अहिरवान फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार से चल रहे एक ट्रक ने एक लोडर टेंपो को रौंद डाला। घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, वहीं सात अन्य लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज जारी है। कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से की यात्रा के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली का इस्तेमाल न करने की अपील
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। लोगों से सवारी ढोने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली इस्तेमाल न करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन अमूल्य है और इसके प्रति लापरवाही न बरतें।
प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस सड़क दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य कई नेताओं ने भी इस भीषण सड़क दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में 4.03 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1,55,622 मौतें हुईं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 मौतें हुईं, वहीं तमिलनाडु में सबसे अधिक 57,090 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इससे पहले 2020 में देश में 3.66 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हुई। विश्व बैंक के अनुसार, भारत में हर साल औसतन 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं।