
केंद्र सरकार स्पेस स्टेशन की तर्ज पर बनाएगी EV चार्जिंग स्टेशन, कॉन्सेप्ट प्लान से उठाया पर्दा
क्या है खबर?
जल्द ही हम राष्ट्रीय राजमार्गों पर पारंपरिक पेट्रोल पंपों और सड़क किनारे की सुविधाओं को अलविदा कह देंगे।
केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये राष्ट्रीय राजमार्ग (NHEV) द्वारा तैयार किये गये भारत के पहले लघु EV चार्जिंग स्टेशन का अनावरण किया है।
बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग के बुनियादी ढांचे और इससे जुड़ी अत्याधुनिक सुविधाओं के इस मॉडल की पेशकश की है।
जरूरत
क्यों पड़ रही है कॉन्सेप्ट मॉडल की जरूरत?
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग ने देश में सार्वजनिक स्थलों पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग को बहुत बढ़ाया है।
सरकार ने इस अवसर को देखते हुए इन चार्जिंग स्टेशनों के डिजाइन की कल्पना करना शुरू किया है कि इन्हें कैसे अत्याधुनिक बनाया जा सकता है।
पेश किया गया यह मॉडल असल में धरातल पर उतरता है तो यह अधिक लोगों को EV खरीदने के लिए लुभा सकता है।
सुविधा
डिजाइन के साथ इन सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान
NHEV द्वारा डिजाइन किये गये EV चार्जिंग स्टेशन-कम-सुविधा प्लाजा मॉडल की इमारत में एक नक्काशीदार गुंबद जैसी संरचना है। इसका इंटीरियर सौर ऊर्जा से चलने वाले एक AC स्पेस स्टेशन जैसा दिखता है।
इसमें एक इन-बिल्ट फूड कोर्ट लाउंज, आयुर्वेदिक वेलनेस स्पा, इको-फ्रेंडली बायो-टॉयलेट, ATM और बैंक आउटलेट, कॉन्फ्रेंस के लिये खुली जगह और मां और बच्चों के लिये फीडिंग रूम भी होगा।
इसमें दोपहिया EV शोरूम और बैटरी स्वैपिंग स्टेशन के साथ रोड साइड असिस्टेंस की सुविधा भी होगी।
लाभ
आसपास के क्षेत्रों में व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
NHEV द्वारा EV चार्जिंग स्टेशन का यह कॉन्सेप्ट इस बात पर ध्यान देकर तैयार किया गया है कि ICE (पेट्रोल और डीजल) से चलने वाले वाहनों की अपेक्षा EVs को चार्ज होने में काफी समय लगता है।
इस कॉन्सेप्ट प्लान में EV वाहन मालिक के समय की उपयोगिता के लिये सभी सुविधाओं को ध्यान में रखा गया है। इसके साथ-साथ इससे आसपास के व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
टेस्टिंग
टेस्टिंग के अंतिम चरण में है पायलट प्रोजेक्ट
इसके तहत चार्जिंग स्टेशन अभी ट्रायल फेज में है और पायलट प्रोजेक्ट अपने तकनीकी और कमर्शियल परीक्षण के अंतिम चरण में है।
दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर लंबी दूरी की EV बसों और SUVs के साथ इस प्रोजेक्ट का परीक्षण किया जा रहा है। इसकी शुरुआत 9 सितंबर, 2022 से हो चुकी है।
इस परियोजना का परीक्षण उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में 210 किलोमीटर की दूरी पर पहले ही किया जा चुका है।
बयान
समय के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों पर भरोसा बढ़ा : गडकरी
पेशकश के दौरान गडकरी ने कहा, "पिछले 3-4 सालों से मैं इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में बात कर रहा हूं और कई सवालों के जवाब दे रहा हूं... टेक्नोलॉजी में धीरे-धीरे बढ़ते विश्वास के साथ सवालों के जवाब खुद ही मिल रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं कह सकता हूं कि इलेक्ट्रिक भविष्य का ईंधन है। यदि यात्रियों को किफायती टिकट पर इलेक्ट्रिक बस में बिजनेस क्लास की सुविधा दे सकते हैं, तो यह सार्वजनिक परिवहन को अधिक सक्षम बना देगा।"
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