कोर्ट में झूठ बोलने वाले CBI और ED अधिकारियों के खिलाफ दर्ज करवाऊंगा मुकदमा- अरविंद केजरीवाल
क्या है खबर?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 16 अप्रैल को पूछताछ के लिए तलब किया है।
इससे पहले केजरीवाल ने कहा कि वह कोर्ट में CBI और प्रर्वतन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर झूठी गवाही देने और झूठे सबूत पेश करने के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे।
दरअसल, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब नीति घोटाले के कथित आरोप लगे हैं और वह जेल में बंद हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
केजरीवाल बोले- जानता था अगला नबंर मेरा होगा
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा, "CBI के अधिकारियों ने मुझे कथित शराब घोटाले में पूछताछ के लिए 11 बजे बुलाया है और मैं कल CBI के दफ्तर जाऊंगा। मैंने दिल्ली विधानसभा में जिस दिन भ्रष्टाचार के खिलाफ बोला था, उसी दिन मैं जान गया था कि अगला नंबर मेरा होगा।"
उनका आरोप है कि मामले में जांच एजेंसियों ने कोर्ट में झूठे हलफनामे लगाकर मनीष सिसोदिया को जेल में बंद किया है।
जानकारी
17 अप्रैल को बुलाया गया है दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र
सोमवार यानी 17 अप्रैल को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी CBI द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने को लेकर केजरीवाल से बातचीत की है। 14 अप्रैल को CBI ने केजरीवाल को समन भेजा था।
बयान
राजनीतिक विरोधियों को बनाया जा रहा निशाना- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार CBI और ED का इस्तेमाल करते हुए अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रही है।
उन्होंने कहा कि कथित शराब नीति घोटाले में जांच एजेंसियों ने 100 करोड़ रुपये की घूस लेने का आरोप लगाया और जांच एजेंसियां ने 400 से अधिक छापे मारे, लेकिन कोई धनराशि और सबूत नहीं मिला।
उनका आरोप है कि दिल्ली सरकार के दो पूर्व मंत्रियों को बिना सबूतों के जेल में बंद करके प्रताड़ित किया जा रहा है।
जांच
जांच एजेंसियों ने कोर्ट में बोला झूठ- केजरीवाल
केजरीवाल ने ED की जांच रिपोर्ट पर कहा, "सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने 14 फोन तोड़ दिए। फिर ED कह रही है कि उसमें से 4 फोन उनके पास हैं और CBI कह रही है कि एक फोन उनके पास है, अगर उन्होंने फोन तोड़े हैं तो उनके पास 5 फोन कैसे आए?"
उन्होंने कहा कि ED और CBI ने झूठ बोलकर सिसोदिया को फंसाने की कोशिश है और कोई शराब घोटाला हुआ ही नहीं है।
बयान
केजरीवाल ने पूछा- क्या प्रधानमंत्री को बिना सबूत के करोगे गिरफ्तार?
आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख केजरीवाल ने जांच एजेंसियों से सवाल किया, "अगर मैं बिना सबूत के कहूं कि मैंने 17 सितंबर को शाम 7 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया तो क्या आप उन्हें गिरफ्तार करेंगे?"
उन्होंने कहा कि कोर्ट में वह झूठी गवाही देने और गलत सबूतों पेश करने के आरोप में जांच एजेंसियों के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे क्योंकि उनके लगाए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
आरोप
केजरीवाल पर क्या हैं आरोप
बीती 2 फरवरी को ED ने शराब नीति घोटाले में अपनी चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें कहा गया था कि आरोपी विजय ने शराब व्यवसायी समीर महेंद्रू और केजरीवाल के बीच वीडियो कॉल कराई थी। इस दौरान केजरीवाल ने समीर से कहा था, "विजय मेरा बंदा है, आपको उस पर पूरा भरोसा करना चाहिए।"
चार्जशीट में ये भी कहा गया था कि घोटाले से मिले पैसों का इस्तेमाल AAP ने गोवा में चुनाव प्रचार में किया था।
घोटला
क्या है नई शराब नीति घोटाला?
17 नवंबर, 2021 को दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति लागू की थी, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में अनियमितताओं की आशंका जताते हुए मामले की जांच CBI से कराने की सिफारिश की थी।
जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को रद्द कर दिया था। CBI ने अपनी जांच के बाद इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया समेत अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की थी।