सुल्तानपुरी मामला: अंजलि का हुआ अंतिम संस्कार, केजरीवाल बोले- हम दिलाएंगे न्याय
दिल्ली के सुल्तानपुरी हादसे की पीड़िता अंजलि का मंगलवार देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंजलि का शव उनके घर लाया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बातचीत की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वह पीड़िता को न्याय जरूर दिलाएंगे। प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में पीड़िता से किसी तरह के यौन दुर्व्यवहार की पुष्टि नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला?
नए साल के पहले दिन रविवार सुबह अंधेरे एक कार ने पहले स्कूटी सवार अंजलि को टक्कर मारी और फिर उसे घसीट कर अपने साथ ले गई, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। कारसवारों ने अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीटा था और उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। अंजलि का शव नग्न हालत में मिला था। घटना के प्रत्यक्षदर्शी ने दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी थी। अभी सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं।
केजरीवाल ने 10 लाख रुपये मुआवजे का किया ऐलान
अंजलि के परिजनों से बात करने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह सबसे अच्छा वकील करेंगे। पीड़िता की बीमार मां के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी और भविष्य में भी हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।" उन्होंने पीड़िता के परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान भी किया है। इससे पहले केजरीवाल ने इस घटना को वीभत्स बताते हुए आरोपियों को फांसी देने की मांग की थी।
घटना के समय अंजलि के साथ मौजूद थी दोस्त
बता दें कि मंगलवार सुबह मामले में बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस ने कहा था कि घटना के समय पीड़िता अंजलि के साथ उसकी दोस्त भी मौजूद थी, जो दुर्घटना के बाद वहां से फरार हो गई। उसे भी हादसे में मामूली चोटें आईं। पुलिस ने इस मामले में दोस्त निधि का बयान भी दर्ज कर लिया है। उसने बताया कि घटना के बाद वह बहुत डर गई थी, इसलिए पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी।
निधि बोली- 15 दिन पहले हुई अंजलि और मेरी दोस्ती
निधि ने अपने बयान में कहा, "मैं अंजलि को केवल 15 दिनों से जानती थी, लेकिन हम वास्तव में बहुत जल्दी दोस्त बन गए। हमने एक साथ नया साल मनाने का फैसला किया। 31 दिसंबर को उसने मुझे फोन किया और मुझे लेने सुल्तानपुरी आ गई। इसके बाद हम रोहिणी गए और वो मुझे अपने घर ले गई। फिर हम होटल गए।" उसने कहा, "मैं और अंजलि करीब दो बजे होटल से निकले और अंजलि काफी गुस्से में थी।"
आरोपियों ने अंजलि की चीखों को अनसुना किया- निधि
निधि ने कहा, "अंजलि की अपने बॉयफ्रेंड से लड़ाई हुई थी और उसने कहा कि वह स्कूटी चलाएगी, लेकिन वह नशे में थी। पहले हम एक ट्रक से बाल-बाल बचे.. इसके बाद हम कार से टकराए और अंजलि चिल्लाई... कार के अंदर मौजूद लोगों ने उसकी चीखें सुनीं, लेकिन वे नहीं रुके और जानबूझकर कार चला दी.. उसे बचाया जा सकता था, अगर आरोपियों ने हमारी मदद की होती। उन्होंने कोशिश भी नहीं की और उसके शरीर को घसीटते रहे।"
प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में यौन दुर्व्यवहार की पुष्टि नहीं
मामले में पीड़िता की प्रारंभिक मेडिकल जांच रिपोर्ट भी सामने आ गई है। इसमें पीड़िता से किसी भी यौन दुर्व्यवहार की पुष्टि नहीं हुई और प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान नहीं मिले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौत से पहले पीड़िता के सिर, रीढ़ की हड्डी और निचले अंगों से बहुत खून निकला था और यह चोटें गाड़ी से घसीटे जाने के कारण आईं। डॉक्टरों की टीम जल्द ही दिल्ली पुलिस को अपनी फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपेगी।
पुलिस जल्द आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट करेगी दाखिल
पुलिस के मुताबिक, हादसे के वक्त दीपक खन्ना गाड़ी चला रहा था, जबकि अमित खन्ना, मनोज मित्तल, कृष्ण और मिथुन बैठे हुई थे। कुछ किलोमीटर बाद दीपक को एहसास हुआ कि कार में कुछ उलझा हुआ है। जोंटी गांव के पास उन्हें अंजलि का शव का दिखाई दिया, जिसे छोड़कर वह फरार हो गए। इस हादसे के सभी आरोपियों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए जा चुके हैं। ऐसे में पुलिस अब जल्द ही मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी।
AAP विधायकों ने की दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मुलाकात
आम आदमी पार्टी (AAP) विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से मुलाकात करके सुल्तानपुरी हादसे में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। AAP विधायकों ने कहा कि 20 वर्षीय पीड़िता को कार सवार 13 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटते रहे और उनके खिलाफ पुलिस ने गैर-इरातन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। उन्होंने कथित रूप से आरोपियों को बचाने के लिए बाहरी दिल्ली पुलिस उपायुक्त की बर्खास्तगी की मांग की।