कोरोना वायरस: लॉकडाउन खुलने के बाद सबसे ज्यादा खतरे वाले देशों में भारत भी शामिल- स्टडी
भारत उच्च खतरे वाले उन 15 देशों में शामिल है, जहां लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील मिलने के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो सकता है। इसके बाद 'सबसे बुरी स्थिति में' यह होगा कि सरकार को फिर से कड़ी पाबंदियां लागू करनी होगी। सिक्योरिटी रिसर्च फर्म नोमुरा के एक विश्लेषण में यह बात सामने आई है। गौरतलब है कि भारत सरकार ने देश में 25 मार्च से जारी लॉकडाउन को हटाना शुरू कर दिया है।
45 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का किया गया विश्लेषण
इस विश्लेषण में 45 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया है। इसमें मामले बढ़ने दर और लोगों की आवाजाही से कोरोना वायरस के मामलों में आने वाले उछाल को देखा गया है। विश्लेषण की रिपोर्ट में कहा गया है, "17 देश अर्थव्यवस्था को खोलने के सही रास्ते पर हैं, जहां दूसरी लहर के संकेत नहीं है। 13 देशों में कुछ संकेत दिखे हैं, वहीं 15 देश डेंजर जोन में हैं, जहां दूसरी लहर आने का सबसे ज्यादा खतरा है।"
लॉकडाउन खुलने के बाद अच्छी स्थिति में ये होंगे हालात
इस विश्लेषण के अनुसार, लॉकडाउन हटने के दो संभावित स्थितियां बनती हैं। अच्छी स्थिति में यह होगा कि किसी देश में लोगों की आवाजाही बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी। इस दौरान संक्रमण के छिटपुट मामले सामने आएंगे, जिससे लोगों का डर कम होगा और ज्यादा लोग बाहर निकलेंगे। विश्लेषण की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब नए मामलों की संख्या कम होगी तो सकारात्मक माहौल बनेगा जिसका हर ओर असर दिखेगा।
खराब स्थिति में फिर लागू हो सकता है लॉकडाउन
दूसरी तरफ खराब स्थिति यह होगी कि अर्थव्यवस्था खुलने के साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से उछाल आएगा। इससे लोगों में डर बैठेगा और वो बाहर निकलने से बचेंगे। सबसे बुरे हालात में यह होगा कि लॉकडाउन दोबारा लागू करना पड़ेगा।
स्वीडन और सिंगापुर भी डेंजर जोन में शामिल
नोमुरा ने अपने विश्लेषण में 45 देशों को तीन समहों में विभाजित किया है। ऐसे देश जो 'सही रास्ते पर' हैं, ऐसे देश जहां 'खतरे के संकेत मिले हैं' और 'डेंजर जोन' में शामिल देश। भारत इस विभाजन में 'डेंजर जोन' में है। भारत के साथ-साथ इस समूह में निम्न से मध्यम आय वाले इंडोनेशिया, चिल्ली और पाकिस्तान आदि देश शामिल हैं। इनके अलावा स्वीडन, सिंगापुर और कनाडा जैसे विकसित देश भी भारत के साथ इस समूह में है।
WHO ने दी ऐहतियात बरतने की सलाह
नोमुरा का यह विश्लेषण ऐसे समय सामने आया है, जब अधिकतर देश लॉकडाउन के बाद पाबंदियों में ढील दे रहे हैं और लोगों की आवाजाही बढ़ी है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया को ऐहतियात बरतने की सलाह दी है। संगठन ने कहा कि दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति बिगड़ती जा रही है और किसी भी देश को अभी ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए। यूरोप को पछाड़ अब अमेरिकी देश कोरोना वायरस का नया केंद्र बन चुके हैं।
भारत में तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 9,985 नए मामले सामने आए और 279 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 2,76,583 हो गई है, वहीं 7,745 मरीजों की मौत हुई है।