पुलवामा हमला: मृत आतंकी के फोन से मिले सुरागों से संदिग्धों तक पहुंची NIA
क्या है खबर?
पिछले साल पुलवामा में CRPF काफिले पर हुए हमले की जांच के दौरान एक मृत आतंकी के फोन से बड़े सुराग मिले हैं।
मामले की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पाया कि इस फोन की मेमरी डिलीट नहीं की गई है। इसमें न सिर्फ कई नंबर मिले हैं बल्कि हमले की तैयारी के दौरान की कई तस्वीरें भी मिली हैं, जो जांच में अहम भूमिका निभा रही है।
इसका नतीजा पांच गिरफ्तारियों के रूप में मिला है।
बरामदगी
छापेमारी के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस को मिला था फोन
पिछले साल नवंबर में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय कार्यकर्ता के घर पर छापेमारी की थी।
इस दौरान पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला था, जो NIA को सौंपा गया। यह फोन पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक का है।
NIA के मुताबिक, फारूक ने हमले की योजना बनाने से इसे अंजाम देने तक में अहम भूमिका निभाई थी। वह मई, 2018 में अपने आकाओं के आदेश पर हमले को अंजाम देने के लिए भारत आया था।
जानकारी
मई, 2018 में भारत आया था फारूक
सूत्रों ने बताया कि फारूक एक सुरंग के जरिए अवैध रूप से भारत में घुसा था। पुलवामा के रहने वाले मोहम्मद अब्बास ने उसे पनाह दी थी। उसने ही फारूक को दूसरे लोगों से मिलाया, जिन्होंंने अलग-अलग मौकों पर उसे शरण दी।
गिरफ्तारी
पिछले सप्ताह हुई थी दो अहम गिरफ्तारियां
NIA ने फारूक को शरण देने के आरोप में 50 वर्षीय तारीक अहमद शाह और उसकी 23 वर्षीय बेटी इंशा जान को गिरफ्तार किया था।
साथ ही NIA ने शकीर बशीर मागरे को भी गिरफ्तार किया है। मागरे आदिल अहमद डार को सौंपने के लिए विस्फोटकों से भरी कार हमले की जगह की तरफ लेकर गया था।
उसने हमले की जगह से 500 मीटर पहले डार को यह कार सौंपी थी। डार ने इस हमले को अंजाम दिया था।
जानकारी
19 वर्षीय युवक हुआ था गिरफ्तार
NIA ने श्रीनगर के रहने वाले 19 वर्षीय वैज-उल-इस्लाम को भी गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने अपने अमेजन अकाउंट से बम बनाने में इस्तेमाल हुए सामान को ऑर्डर किया था।
जांच
नवंबर के बाद NIA के हाथ लगे अहम सुराग
NIA को ये सारे सुराग पिछले साल नवंबर के बाद से मिले हैं। इससे पहले उसने केवल जैश के उन वर्कर्स की पहचान की थी, जिन्होंने हमले को अंजाम देने में भूमिका निभाई थी।
फारूक समेत ये सब हमले के बाद के महीनों में सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में मार गिराए गए थे।
NIA अधिकारी ने बताया, "हमने हमले में शामिल वाहन और लोगों की पहचान कर ली थी, लेकिन वो सब मर चुके थे। फिर हमें यह फोन मिला।"
जांच
फोन में मिली कई जरूरी तस्वीरें
इस फोन में उन सभी लोगों के नंबर बताए जा रहे हैं, जिनसे फारूक संपर्क करता था। NIA ने इन नंबरों को सर्विलांस पर डाला और मागरे, शाह और जान को गिरफ्तार किया।
सूत्रों के मुताबिक, इस फोन में IED, जिस कार में IED सेट किया गया और हमले को अंजाम देने वाले आतंकी डार की तस्वीरें मिली हैं।
माना जा रहा है कि आतंकियों ने ये तस्वीरें पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को भेजी थी।