केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में बताया, 10 राज्यों में है कोरोना के 77 प्रतिशत सक्रिय मामले
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें केंद्र सरकार की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे में कहा गया है कि देश में वर्तमान में मौजूद सक्रिय मामलों में 77 प्रतिशत महज 10 राज्यों में है। सरकार ने यह भी बताया कि इन राज्यों की ओर से प्रतिदिन बड़ी संख्या में सक्रिय मामले सामने आ रहे हैं और सरकार उन पर नियंत्रण के प्रयास कर रही है।
महाराष्ट्र में है सबसे अधिक सक्रिय मामले
केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तुत की गई स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में सबसे अधिक 18.9 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। इसी तरह केरल में 14.7 प्रतिशत, दिल्ली में 8.5 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 5.7 प्रतिशत, कर्नाटक में 5.6 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं। इसी प्रकार राजस्थान में 5.5 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 5.4 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में पांच प्रतिशत, हरियाणा में 4.7 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश में 3.1 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं।
सक्रिय मामलों की संख्या महाराष्ट्र ने किया सबसे अधिक इजाफा
रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को सक्रिय मामलों में महाराष्ट्र ने सबसे अधिक 1,526 मामले जोड़कर संख्या में परिवर्तन किया है। इसी तरह छत्तीसगढ़ ने सक्रिय मामलों की कुल संख्या में से सबसे अधिक 719 मामलों की कमी की है।
10 राज्यों में हुई 84 प्रतिशत मौतें
केंद्र सरकार की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश में अब तक हुई कुल 1,35,715 लोगों की मौतों में से 83.80 प्रतिशत 10 राज्यों में ही हुई है। इनमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक 34.49 प्रतिशत यानी 46,813 मौतें हुई है। इसी तरह कर्नाटक में 11,726, तमिलनाडु 11,669, दिल्ली 8,811, पश्चिम बंगाल 8,224, उत्तर प्रदेश 7,674 और आंध्र प्रदेश में 6,970 मौतें हुई है। इसके अलावा पंजाब में 4,710, गुजरात 3,922 और मध्य प्रदेश में 3,209 मौतें हुई।
पिछले 24 घंटे में दिल्ली में हुई सबसे अधिक मौतें
पिछले 24 घंटों में देश में हुई कुल 492 मौतों में से 75.20 प्रतिशत मौतें इन्हीं 10 राज्यों में हुई है। इनमें सबसे अधिक 91 मौतें दिल्ली में हुई है। इसके अलावा महाराष्ट्र में 65 और पश्चिम बंगाल में 52 मरीजों की मौत हुई है।
24 घंटे में रिकवर हुए कुल 39,379 मरीज
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में पिछले 24 घंटे में कुल 39,379 मरीज उपचार के बाद ठीक हुए हैं। इनमें से 78.15 प्रतिशत रिकवरी 10 राज्यों में हुई है। केरल में सबसे अधिक 5,970, दिल्ली में 4,937, महाराष्ट्र में 4,815, पश्चिम बंगाल में 3,537, छत्तीसगढ़ में 2,454, हरियाणा में 2,267, राजस्थान में 2,179, तमिलनाडु में 1,797, उत्तर प्रदेश में 1,518 और गुजरात में कुल 1,302 मरीज उपचार के बाद ठीक हुए हैं।
केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को ठहराया दोषी
केंद्र सरकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राजधानी में बढ़ते मामलों के लिए दिल्ली सरकार की लापरवाही जिम्मेदार रही है। दिल्ली सरकार ने त्योहारी सीजन और सर्दी में संक्रमण फैलने की आशंकाओं के बाद भी प्रभावी कदम नहीं उठाए। इसी तरह सरकार ने ICU बेड की संख्या बढ़ाने या टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए, होम आइसोलेशन वालों की सही तरीके से पहचान नहीं की और निजी अस्पतालों ने भी डिस्चार्ज पॉलिसी का उल्लंघन किया।
बढ़ते मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने जताई नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि महज दिशा निर्देश तय करने से काम नहीं चलेगा। सरकार को उन पर अमल कराना सुनिश्चित करना होगा। ऐसे में केंद्र को इस मामले में आगे बढ़कर कदम उठाने चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को राज्यों में SOP का पालन कराने, शादी-समारोह में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने सहित कोरोना से बचाव की सभी गाइडलाइंसों का पालन कराने के निर्देश दिए।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 43,082 नए मामले सामने आए और 492 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 93,09,787 हो गई है, वहीं 1,35,715 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,55,555 हो गई है और ये लगातार तीसरा ऐसा दिन है जब देश में सक्रिय मामले बढ़े हैं।