क्या निर्भया के दोषियों के वकील करेंगे हाथरस पीड़िता के आरोपियों का कोर्ट में बचाव?
क्या है खबर?
हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और हत्या के मामले में बड़ी खबर सामने आई है।
दिल्ली के निर्भया गैंगरेप और हत्या का केस लड़ने वाली वकील सीमा कुशवाह के हाथरस पीड़िता का केस लड़ने की पुष्टि होने के बाद अब अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने निर्भया के दोषियों का बचाव करने वाले वकील एपी सिंह हाथरस पीड़िता के आरोपियों का बचाव करने के लिए चुना है।
हालांकि, वकील सिंह की इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पृष्ठभूमि
गैंगरेप के बाद हुई दलित युवती की मौत
चंदपा थानान्तर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती से गांव के उच्च जाति के चार युवकों ने गत 14 सितंबर को गैंगरेप किया था।
हमले में पीड़िता की कमर और गले की हड्डी टूट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया था।
इसके बाद पुलिस ने परिजनों को जबरन घर में बंद कर आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले की दिल्ली के निर्भया केस से तुलना की जा रही है।
बयान
एपी सिंह को भुगतान करने के लिए महासभा ने जुटाई फीस- सिंह
इंडिया टुडे के अनुसार अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजा मानवेंद्र सिंह ने कहा कि हाथरस मामले के आरोपियों का बचाव करने के लिए महासभा ने निर्भया मामले के दोषियों का केस लड़ने वाले वकीस एपी सिंह को चुना है। उनकी फीस चुकाने के लिए महासभा ने बहुत सारा धन भी जुटा लिया है।
उन्होंने कहा कि हाथरस मामले के जरिए SC-ST समुदाय उच्च जाति को निशाना बना रहा है।
जानकारी
सच्चाई को सामने लाने का प्रयास करेंगे एपी सिंह- मानवेंद्र
मानवेंद्र सिंह ने कहा कि वकील एपी सिंह मामले की सच्चाई सामने लेकर आएंगे। अभी तक इसमें उच्च जाति के युवाओं को दोषी ठहराकर उनकी सजा की मांग की जा रही है, लेकिन महासभा इस तरह की साजिश को सफल नहीं होने देगी।
बैठक
आरोपियों के पक्ष में बैठक कर रहे हैं उच्च जाति के लोग
इस मामले में आरोपियों को उच्च जाति के लोगों का समर्थन मिल रहा है और वह निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह सवर्ण समाज के लोगों ने मामले के आरोपियों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर धरना भी दिया था।
इसके बाद आरोपियों के पक्ष में एक पंचायत भी आयोजित की गई थी। उसमें लोगों ने कहा था कि यदि बच्चे दोषी है तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।
जानकारी
रविवार को भी आयोजित हुई थी कई बैठकें
आरोपियों के पक्ष में रविवार को भाजपा के एक पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान के घर बैठक हुई थी। इसमें लोगों ने गैंगरेप पीडि़ता के परिवार के खिलाफ भी मामला दर्ज कराने की मांग की गई थी। उसके बाद वहां पुलिस तैनात की गई थी।
निर्भया
निर्भया के दोषियों को फंदे से नहीं बचा पाए थे सिंह
एपी सिंह 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में दोषियों के वकील थे।
उस घटना में छह दोषियों ने चलती बस में निर्भया से गैंगरेप किया था। निर्भया की सिंगापुर में मौत हो गई थी।
सिंह ने दोषियों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ी थी, लेकिन वह उन्हें नहीं बचा पाए।
20 मार्च को चारों दोषियों अक्षय सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को फांसी दे दी गई थी।