दिल्ली विधानसभा चुनाव: पिछली बार के मुकाबले 25 गुना ज्यादा कीमत की शराब और कैश जब्त
दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में इस बार केवल भड़काऊ बयानबाजी में ही इजाफा नहीं हुआ, बल्कि शराब, बंदूक और कैश आदि के प्रयोग के मामलों में भी बड़ी वृद्धि देखने को मिली। गुरूवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थमने तक विभिन्न एजेंसियों ने लगभग 52.87 करोड़ रुपये की कीमत की शराब, नशीले पदार्थ और कैश आदि जब्त किए। ये 2015 विधानसभा चुनाव के मुकाबले 25 गुना ज्यादा है। तब 2.16 करोड़ रुपये कीमत की चीजें जब्त की गई थीं।
क्या-क्या हुआ जब्त?
चुनाव आयोग के अनुसार, जो 52.87 करोड़ रुपये का सामान जब्त किया गया है उसमें से लगभग 10 करोड़ रुपये कैश के रूप में जब्त किए गए। वहीं 2.63 करोड़ रुपये की शराब और 5.87 करोड़ रुपये के अन्य नशीले पदार्थ भी जब्त किए गए। इसके अलावा 32.18 करोड़ रुपये का सोना-चांदी और अन्य कीमती धातु और 2.16 करोड़ रुपये के प्रेशर कुकर, साड़ियां और लैपटॉप जैसे सामान जब्त किए गए जिन्हें मुफ्त बांटा जाना था।
6 जनवरी से 6 फरवरी के बीच जब्त किए गए सामान
चुनाव आयोग ने बताया कि दिल्ली पुलिस, आबकारी विभाग और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो आदि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 6 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू होने से लेकर 6 फरवरी तक ये सामान जब्त किए।
बंदूक बनाने और सप्लाई करने में आई तेजी
चुनाव प्रचार के दौरान शस्त्र कानून के तहत 402 FIR भी दर्ज की गईं और 440 लोगों को बंदूक की तस्करी करने और खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बाहरी राज्यों में बंदूक बनाने और उनकी दिल्ली सप्लाई करने के मामले में भी इजाफा देखने को मिला जिसके कारण दिल्ली पुलिस को कई अभियान चलाने पड़े। इन अभियानों में उन्होंने कई बार दिल्ली की सीमा के बाहर जाकर भी अवैध हथियारों की फैक्ट्रियों पर छापे मारे।
दिल्ली में चार दिन के अंदर तीन बार हुई थी फायरिंग
गौरतलब है कि प्रचार के दौरान दिल्ली में चार दिन के अंदर फायरिंग के तीन मामले सामने आए थे। 30 जनवरी को एक युवक ने जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चलाई जिसमें एक छात्र घायल हो गया। इसके बाद 1 फरवरी को कपिल गुर्जर नामक शख्स ने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों के पास दो-तीन हवाई फायर किए। वहीं 2 फरवरी की रात फिर से जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर फायरिंग हुई।
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के 500 से अधिक मामले
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए कुल 558 FIR दर्ज हुईं जिनमें से 37 आम आदमी पार्टी (AAP), 14 कांग्रेस, 11 भाजपा और 496 गैर-राजनीतिक संगठनों के खिलाफ हैं। इसके अलावा 'मेल टुडे' की एक पड़ताल में मद्रासी कॉलोनी और संगम विहार की झुग्गी-झोपड़ियों और कम आमदनी वाले समूहों में शराब बांटे जाने का भी खुलासा हुआ। पड़ताल में लोगों ने उम्मीदवार को वोट देने के वादे पर मुफ्त शराब बांटे जाने की बात कही।