अमित शाह का नाम लेकर हरियाणा के मंत्री से मांगे तीन करोड़ रुपये, दो गिरफ्तार
क्या है खबर?
गृह मंत्री अमित शाह का नाम लेकर हरियाणा के एक मंत्री से तीन करोड़ रुपये मांगने का मामला सामने आया है।
बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को फोन करते हुए दो ठगों ने कहा कि वो अमित शाह के घर से बोल रहे हैं और पार्टी फंड के लिए तीन करोड़ चाहिए। इन दोनों ने एक ऐप के जरिए ये कॉल की थी।
दिल्ली पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला
भारत में प्रतिबंधित 'क्रेजी ऐप' के जरिए कॉल कर मांगे रुपये
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार में मंत्री रंजीत सिंह चौटाला को 'क्रेजी कॉल' ऐप के जरिए एक कॉल आया था।
इस ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगा हुआ है, हालांकि एक ब्राउजर के जरिए इसे डाउनलोड किया जा सकता है।
पार्टी का वरिष्ठ अधिकारी होने का दावा करने वाले शख्स ने रणजीत को कई बार फोन किया और पार्टी फंड के लिए तीन करोड़ रुपये की मांग की।
शक
लगातार फोन आने पर रणजीत ने की अमित शाह के OSD से पूछताछ
पुलिस के अनुसार, ठग ने कहा कि वो कृष्णा मेनन मार्ग स्थित अमित शाह के घर से फोन कर रहा है।
लेकिन लगातार फोन आने के कारण रणजीत को शक हो गया और उसने शाह के OSD सतीश कुमार से इस बारे में पूछताछ की।
सतीश ने रणजीत को बताया कि उनके दफ्तर की तरफ से ऐसी कोई कॉल नहीं की गई है।
इसके बाद सतीश दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।
शिकंजा
पुलिस ने पैसे लेने के लिए आरोपियों को हरियाणा भवन के पास बुलाया
पुलिस ने सबसे पहले टेक्नीकल सर्विलांस के जरिए पता लगाया कि सारी कॉल क्रेजी ऐप के जरिए की गईं थीं।
इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने आरोपियों को पैसा लेने के लिए हरियाणा भवन के पास आने को कहा।
एक आरोपी को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया जबकि दूसरे आरोपी को चंडीगढ़ में छापा मारकर गिरफ्तार किया गया। दूसरे आरोपी को शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी
एक हरियाणा और दूसरा आरोपी चंडीगढ़ से
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम उपकार सिंह (47) और जगतार सिंह (42) हैं। उपकार चंडीगढ़ से है और एक टैक्सी स्टैंड चलाता है, जबकि जगतार हरियाणा के सिरसा से है और उसका चमड़े की जैकेट का कारोबार है।
पूछताछ में खुलासा
अपराध आधारित टीवी कार्यक्रम देखकर बनाई योजना
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी पहली बार तीन महीने पहले एक जमीन के सौदे के सिलसिले में एक दोस्त के जरिए मिले थे।
अपराध आधारित टीवी कार्यक्रमों से विचार लेते हुए उन्होंने किसी मंत्री को चूना लगाने का फैसला किया था।
इसके बाद PhD कर चुके उपकार ने कॉल स्पूफिंग के बारे में सीखना शुरू किया और इस दौरान जगतार रणजीत का नंबर पाने में कामयाब रहा।
रणजीत चौटाला को फोन उपकार करता था।
बयान
रणजीत चौटाला ने किया पैसे के लिए कोई भी फोन आने की बात से इनकार
इस बीच रणजीत सिंह ने उनके पास पैसों के संबंध में कोई भी कॉल आने की बात से इनकार किया है।
रिपोर्टर्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, "किसी ने भी मुझसे पैसे नहीं मांगे। मुझसे मंत्रालय के किसी अधिकारी ने संपर्क नहीं किया। मैं एक कैबिनेट मंत्री हूं और ऐसी कोई भी चीज मेरे साथ नहीं हुई है। मुझसे किसी भी फंड के लिए संपर्क नहीं साधा गया।"
बता दें कि रणजीत ओमप्रकाश चौटाला के भाई हैं।