उत्तर प्रदेश में अब GNM और BSc नर्सिंग में एडमिशन के लिए पास करनी होगी NEET
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा है राज्य में जनरल नर्सिंग एण्ड मिडवाइफरी (GNM) और बैचलर ऑफ साइंस (BSc) नर्सिंग कोर्स के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के तहत एडमिशन लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा की संख्या और गुणवत्ता में सुधार पर भी जोर दिया।
सभी मेडिकल कॉलेज में कौशल प्रयोगशाला की हो स्थापना- योगी
मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट में उन्होंने घोषणा की कि BSc नर्सिंग और GNM कोर्स में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों को पहले NEET पास करनी होगी। उन्होंने कहा कि योग्यता और कौशल विकास में सुधार के लिए सभी मेडिकल कॉलेज में कौशल प्रयोगशाला स्थापित की जानी चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'पैरामेडिकल के कौशल विकास के लिए पांच नए कोर्सेज ओटी टेक्नीशियन, रेडियोथेरेपी टेक्नीशियन, एनेस्थीसिया टेक्नीशियन, डायलिसिस टेक्नीशियन और MRI टेक्नीशियन को जोड़ने की कार्ययोजना बनाई जाए।'
छह महीने में पांच नए नर्सिंग स्कूल स्थापित किए जाएंगे
योगी ने उत्तर प्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा की संख्या और गुणवत्ता में सुधार पर भी जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना करते हुए सीटों में वृद्धि हो और नर्सिंग को आकांक्षी व्यवसाय के रूप में बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने बताया कि अगले छह महीने के भीतर पांच नए नर्सिंग स्कूल, तीन नए पैरामेडिकल स्कूल और 24 स्किल लैब स्थापित किए जाएंगे।
योगी ने राज्य में अगले छह महीन में 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती के दिए निर्देश
योगी ने यह भी कहा कि राज्य में अगले छह महीने में करीब 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (UPSSSC) को नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों और स्वास्थ्य सहायिकाओं के 20,000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया अगले छह माह में पूरा करने उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाए जाने पर जोर दिया।
आयुष महाविद्यालयों को महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय से किया जाए संबद्ध
आयुष महाविद्यालयों के संबंध में योगी ने कहा कि सरकारी और निजी दोनों आयुष महाविद्यालयों को महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध किया जाए। उन्होंने कहा, "इन कॉलेजों में योग और प्राकृतिक चिकित्सा का पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय की तरफ से तैयार किया जाना चाहिए।"