IAS, इंजीनियर, डॉक्टर बनने के लिए फ्री कोचिंग देगी उत्तर प्रदेश सरकार, ऐसे करें आवेदन
उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (भारतीय पुलिस सेवा), IFS (भारतीय विदेश सेवा), इंजीनियर और डॉक्टर बनने की राह अब और आसान होने जा रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार यह कोचिंग शिक्षा नि:शुल्क प्रदान कराएगी। कोचिंग में प्रवेश के लिए इच्छुक उम्मीदवार अभ्युदय कोचिंग की आधिकारिक वेबसाइट www.abhyuday.up.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
IAS, IPS अधिकारियों से पढ़ने का मिलेगा मौका
अभ्युदय पोर्टल सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक लोगों के लिए एक मुफ्त मंच है। मंच में 500 से अधिक IAS अधिकारी, 450 से अधिक IPS अधिकारी, 300 से अधिक IFS अधिकारी और विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ हैं। यह विशेषज्ञ सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक उम्मीदवारों को साक्षात कक्षाओं से प्रशिक्षण देंगे। छात्रों को उन अधिकारियों के साथ लाइव सत्र में शामिल किया जाएगा जिन्होंने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को पास किया है।
कोचिंग में प्रवेश के लिए पास करनी होगी परीक्षा
कोचिंग में एडमिशन के लिए पहले उम्मीदवारों को ऑनलाइन परीक्षा पास करनी होगी। NEET कोचिंग के लिए परीक्षा 22 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। JEE के लिए यह परीक्षा 21 अक्टूबर को आयोजित होगी। NDA और CDS के लिए प्रवेश परीक्षा 25 अक्टूबर को और UPSC के लिए परीक्षा 26 अक्टूबर को होगी। परीक्षा का समय दोपहर 02:00 से 03:30 बजे तक होगा। प्रवेश परीक्षा का परिणाम 29 अक्टूबर तक वेबसाइट पर प्रकाशित होगा। कक्षाएं 15 नवंबर से प्रारंभ होंगी।
अभ्युदय योजना शुरू करने का क्या मकसद है?
उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु निजी क्षेत्र में प्रशिक्षण व्यवस्थाओं में संसाधनों की कमी से ग्रामीण क्षेत्र तथा निर्बल आय के परिवारों के बच्चे इन परीक्षाओं की अच्छी यारी नहीं कर पाते। ऐसे में सरकार को यह आवश्यकता प्रतीत हुई और विषेशज्ञों के मार्गदर्शन में प्रतिस्पर्धात्मक तैयारी हेतु प्रदेश के युवाओं के मार्गदर्शन हेतु राजकीय क्षेत्र में परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना पर विचार किया गया, जिससे प्रतिभावान युवा विश्वास के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकें।
राज्य हर जिले में अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोलने पर हो रहा विचार
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना फिलहाल 18 मंडल मुख्यालयों पर संचालित हो रही है। अब सरकार इसका दायरा बढ़ा कर प्रदेश के सभी 75 जिलों तक करने पर विचार कर रही है। परीक्षाओं के लिए ऑफलाइन माध्यम से 5,000 से अधिक और ऑनलाइन माध्यम से 10,000 से अधिक छात्रों को अभ्युदय कोचिंग के जरिये तैयार किया जायेगा। ऑलाइन उपलब्ध कराई जा रही अध्ययन सामग्री के माध्यम से एक लाख से अधिक छात्रों को योजना का लाभ मिल रहा है।