मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा: 10वीं के छात्र इस तरह करें हिंदी की तैयारी, आएंगे अच्छे नंबर
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी बोर्ड परीक्षाओं के शेड्यूल के अनुसार 1 मार्च को 10वीं की हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की जाएगी। हिंदी एक ऐसा विषय है, जिसमें थोड़ी मेहनत कर ली जाए तो परीक्षा में अच्छे नंबर आ सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको हिंदी विषय की तैयारी से जुड़े कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिनका उपयोग कर आप अच्छे अंक हासिल कर सकते हैं।
सबसे पहले जानें परीक्षा पाठ्यक्रम
10वीं बोर्ड की हिंदी की परीक्षा में काव्य खंड (पद्य साहित्य का इतिहास, काल विभाजन, कवि परिचय, सौन्दर्य बोध और भाव, विषय वस्तु पर आधारित प्रश्न) और काव्य बोध (काव्य की परिभाषा और भेद, रस, छंद, अलंकार) से संबंधित प्रश्न होंगे। गद्य खंड (गद्य की प्रमुख और गौण विधाएं, लेखक परिचय, व्याख्या, विषय वस्तु प्रश्न), भाषा बोध (संधि-समास, मुहावरे-लोकोक्तियां, वाक्य के भेद, शब्द शक्ति), अपठित बोध, पत्र लेखन, अनुच्छेद लेखन, संवाद लेखन और विविध पाठों से संबंधित प्रश्न भी आएंगे।
मार्किंग स्कीम समझना है जरूरी
मध्य प्रदेश बोर्ड की सैंद्धांतिक परीक्षा 75 अंक की होगी, वहीं 25 अंक प्रायोगिक कार्य के होंगे। परीक्षा में 40 प्रतिशत प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे और ये कुल 30 अंकों के होंगे। 24 अंक के 12 अति लघु उत्तरीय सवाल आएंगे। इनकी शब्द सीमा 30 रहेगी। 9 अंक के 3 लघु उत्तरीय सवाल आएंगे, जिन्हें 75 शब्दों में लिखना होगा। 12 अंक के 3 दीर्घ उत्तरीय सवाल आएंगे, जिनके लिए शब्द सीमा 120 शब्द है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को अच्छी तरह याद करें
हिंदी की परीक्षा में ज्यादा अंक लाने के लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को अच्छी तरह याद कर लें। अगर 30 में से 25 प्रश्नों के जबाव सही तरीके से दे पाए तो परीक्षा में अच्छे नंबर हासिल कर पाएंगे। पाठ्यक्रम के काव्य खंड, काव्य बोध, गद्य खंड, भाषा बोध, कृतिका भाग 2 से 6-6 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी छात्र इन इकाईयों को अच्छे से पढ़ लें। इन इकाई से संबंधित प्रश्नों को बार-बार हल करके देखें।
इन इकाईयों को पहले पढ़ें
10वीं का हिंदी का पाठ्यक्रम बड़ा है। इकाईयों के हिसाब से समय को बांट लें। पाठों के उत्तर, रस, अलंकर, संधि, लेखक परिचय, शब्द गुण परिचय, काव्य परिभाषा, कवि विभाग और साहित्य का इतिहास आदि को पढ़ने में ज्यादा समय लगता है। इन्हें पहले पढ़ें।
उत्तर लेखन पर ध्यान दें
हिंदी की परीक्षा में उत्तर लेखन का सबसे ज्यादा महत्व होता है। उत्तर लेखन में थोड़ी सी भी गलती से नंबर कट जाते हैं, इसलिए उत्तर लेखन का बार-बार अभ्यास करें। हिंदी विषय का पेपर लंबा होता है और कई छात्रों की परेशानी होती है कि उनका पेपर पूरा नहीं हो पाता। उनके कई सवालों के उत्तर छूट जाते हैं। हिंदी पढ़ते समय प्रत्येक पाठ के पीछे दिए गए उत्तरों को लिख-लिखकर देखें और गति बढ़ाने का प्रयास करें।
लेखक परिचय और कवि परिचय को लिख-लिख कर याद करें
हिंदी की परीक्षा में लेखक परिचय और कवि परिचय से संबंधित सवाल आएंगे। लेखक परिचय और कवि परिचय में जन्म तिथि, उनके द्वारा रचित महत्वपूर्ण कृतियां और उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन लिखना होता है। कई बार विद्यार्थी जन्म तिथियों और रचनाओं में भ्रमित हो जाते हैं। जानकारियां भूलने से बचने के लिए इन्हें लिख-लिख कर याद करें। प्रत्येक कवि और लेखकों के जीवन परिचय के शॉर्ट नोट्स बना लें और इन्हें बार-बार रिवाइज करें।