UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पाना चाहते हैं सफलता तो भूलकर भी न करें ये गलतियां
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन इसमें कुछ ही सफल हो पाते हैं।
एक तो इस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के कारण इसमें प्रतिस्पर्धा अधिक होती है तो वहीं इसका सिलेबस इतना बड़ा होता जिसे कम समय में पढ़ना और समझना मुश्किल है।
आज हम आपको ऐसी बातों के बारे में बताएंगे जिसे आपको तैयारी के समय नहीं करना चाहिए।
मार्गदर्शन
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए मार्गदर्शन जरूरी
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले बहुत से उम्मीदवार इस भ्रम में रहते हैं कि उन्हें इसकी तैयारी खुद से करनी चाहिए या कोचिंग लेनी चाहिए।
चूंकि इस परीक्षा में सफलता हासिल करना मुश्किल होता है इसलिए एक बार आपको कोचिंग की मदद लेनी चाहिए।
कोचिंग संस्थान में कई विशेषज्ञ शिक्षक होते हैं जो UPSC के परीक्षा पैटर्न को करीब से देखकर उसकी विवेचना करते हैं जिसका लाभ निश्चित तौर पर छात्रों को मिलता है।
योजना
सिलेबस पूरा करने के लिए बनाएं योजना
UPSC का सिलेबस बहुत लंबा होता है जिसे पूरा करने के लिए एक योजना बनाना जरूरी है।
अगर किसी उम्मीदवार की योजना सफल नहीं होती है तो उसे स्वयं मंथन करना चाहिए या अपने मार्गदर्शक की सलाह लेनी चाहिए ताकि पता चल सके कि आपकी योजना में गलती कहां हैं और उसे कैसे सही किया जा सकता है।
बता दें कि आपको अपनी योजना कुछ इस प्रकार बनानी चाहिए जिसे आप सच में प्रतिदिन पूरा कर सकें।
तैयारी
परीक्षा के तीनों चरणों की बराबर तैयारी करें
आपको परीक्षा के सभी तीन चरणों को समान ध्यान के साथ तैयार करने की आवश्यकता है।
सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए आपको तीन चरणों से गुजरना पड़ता है जिसमें आपको पहले प्रारंभिक, फिर मुख्य परीक्षा और आखिर में इंटरव्यू देना होता है।
कई उम्मीदवार पहले सिर्फ प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी ही करते हैं, जो कि सही नहीं।
अगर आप किसी भी चरण में कमजोर पड़े तो आपकी मेरिट नीचे हो जाएगी जिसके कारण आपका चयन नहीं होगा।
ग्रुप स्टडी
सेल्फ स्टडी के साथ-साथ ग्रुप स्टडी के भी हैं फायदे
असल में देखा जाए तो सेल्फ स्टडी किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए जरूरी है।
अकेले पढ़ाई करना बेहतर है क्योंकि हर किसी की अपनी खुद की सीखने की क्षमता होती है, लेकिन ग्रुप में पढ़ाई करना भी जरूरी है क्योंकि इससे आपका मनोबल बढ़ा सकता है और विषय पर पकड़ मजबूत हो सकती है।
इसके अलावा आपको यह भी पता चल सकेगा कि अपने साथियों की तुलना में आप कहां पर खड़े हैं।
NCERT
NCERT की किताबों को न करें अनदेखा
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की किताबों का बहुत महत्व है।
इन पुस्तकों को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए क्योंकि वे सिलेबस में दिए गए विषयों की बेसिक को जानने में मदद करते हैं।
कभी-कभी यह देखा गया है कि परीक्षा में इन किताबों से सीधे प्रश्न भी पूछ लिए जाते हैं। इसलिए पहले जड़ मजबूत करें फिर विषय का गहन अध्यन करें।
मॉक टेस्ट
मॉक या प्रैक्टिस टेस्ट न देने से होगा नुकसान
UPSC की तैयारी के दौरान अगर आप समय-समय पर अपना परीक्षण नहीं करेंगे तो फिर घंटों केवल पढ़ाई करने से आपको अपनी तैयारी के बारे में सही जानकारी नहीं मिल सकती है।
मॉक टेस्ट आपको परीक्षा का माहौल देता है और आपकी जानकारी बढ़ाने में भी आपकी सहायता करता है। इसके अलावा पुराने प्रश्न देखने से आपको परीक्षा पैटर्न समझने में आसानी होती है।
इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा के लिए किताबें कौन-कौनसी पढ़ रहें हैं, ये भी महत्वपूर्ण है।