
AMT गियरबॉक्स के कारण गाड़ी में क्यों लगते हैं झटके? जानिए कैसे पाएं छुटकारा
क्या है खबर?
पिछले कुछ सालों में ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) या ऑटो गियर शिफ्ट (AGS) वाली गाड़ियां ज्यादा पसंद की जा रही हैं।
दरअसल, यह ट्रांसमिशन सिस्टम मैन्युअल गियरबॉक्स का ऑटोमेटेड वर्जन होता है, जो ड्राइविंग को आसान बनाने के साथ आरामदायक भी होता है।
कुछ लोगों की शिकायत रहती है कि AMT या AGS वाली गाड़ियों में झटके महसूस होते हैं।
आज हम आपको बता रहे हैं, ऐसा क्यों होता है और इसका समाधान क्या है।
प्रोसेस
गियर शिफ्टिंग प्रक्रिया का असर
AMT ट्रांसमिशन एक मैन्युअल ट्रांसमिशन होता है, जिसमें गियर और क्लच को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से ऑपरेट किया जाता है। गियर बदलते समय क्लच खुलता और बंद होता है।
इस दौरान थोडी देरी से पावर डिलीवर होती है, जिसकी वजह से हल्का झटका महसूस होता है।
इसमें गियर बदलने का प्रोसेस पारंपरिक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के मुकाबले धीमी होता है। एक्सीलेटर दबाने पर सिस्टम गियर शिफ्ट करने में थोड़ा समय लेता है, जिससे स्पीड में रुकावट आने से झटका लगता है।
टैफिक
ट्रैफिक में आती है ज्यादा समस्या
इस तरह के ट्रांसमिशन में क्लच का खुलना और बंद होना पूरी तरह कंप्यूटर पर ही निर्भर करता है।
अगर, इस प्रक्रिया में ज्यादा समय लगता है तो गियर ट्रांजिशन सही से नहीं हो पता और गाड़ी झटका देती है। यह खासतौर पर ट्रैफिक में फंसे होने पर ज्यादा होता है।
अचानक से एक्सीलेटर ज्यादा या कम करने पर इंजन और ट्रांसमिशन के बीच तालमेल बिगड़ने, गाड़ी कम स्पीड पर चलने पर बार-बार गियर शिफ्टिंग से भी ऐसा होता है।
समाधान
ऐसे करें समस्या का समाधान
झटके लगने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गाड़ी को धीरे और नियंत्रित तरीके से एक्सीलेटर का इस्तेमाल करते हुए चलाना चाहिए।
अचानक ब्रेक लगाने और तेजी से स्पीड बढ़ाने बचना चाहिए और भारी ट्रैफिक में क्रीप मोड का सही से इस्तेमाल करना सही रहता है।
ट्रैफिक सिग्नल और ट्रैफिक जाम के दौरान गाड़ी को न्यूट्रल में रखें, जिससे झटक की समस्या नहीं रहेगी। समय-समय पर सर्विसिंग करवाने से भी यह समस्या नहीं होगी।