ऑटोमोबाइल बिक्री में गिरावट इस महीने देखने को मिली गिरावट, क्या है इसकी वजह?
क्या है खबर?
कार और दोपहिया वाहनों की बिक्री में फरवरी, 2025 में भारी गिरावट देखी गई है।
CNBC-TV18 के पोल के अनुसार, यात्री वाहनों (PV) की बिक्री 14 प्रतिशत घटी, जबकि दोपहिया वाहनों की बिक्री में 12 प्रतिशत की कमी आई।
वित्तीय कंपनी नोमुरा के अनुसार, दोपहिया वाहनों की बिक्री में 6 प्रतिशत की गिरावट की संभावना है। हालांकि, ट्रैक्टर बिक्री में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन कुल मिलाकर ऑटो सेक्टर की वृद्धि धीमी रही।
कीमत
कीमतों में बढ़ोतरी और प्री-बायिंग से बिक्री पर असर
दिसंबर, 2024 में कंपनियों ने भारी छूट दी, जिससे लोगों ने पहले ही गाड़ियां खरीद लीं।
इसका असर जनवरी-फरवरी, 2025 की बिक्री पर पड़ा, क्योंकि नए खरीदार कम रह गए। इसके अलावा, जनवरी में गाड़ियों की कीमतें बढ़ने से लोग खरीदारी से पीछे हट गए।
इसी दौरान शेयर बाजार में गिरावट आई, जिससे उपभोक्ताओं का आत्मविश्वास कमजोर हुआ। इस वजह से कार और बाइक जैसी महंगी चीजें खरीदने की उनकी इच्छा और कम हो गई।
लोन
लोन शर्तें सख्त होने से खरीदारी में कमी
बिक्री में गिरावट की एक और बड़ी वजह ऋण की सख्त शर्तें रहीं।
फाइनेंस कंपनियों ने गाड़ियों के लोन के लिए 'लोन टू वैल्यू' (LTV) अनुपात घटा दिया, जिससे ग्राहकों को ज्यादा एडवांस पेमेंट करना पड़ा। इससे कई लोग गाड़ी खरीदने से हिचकिचाने लगे।
डीलरशिप पर बिना बिके गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका मतलब है कि मांग कमजोर बनी हुई है, जिससे कंपनियों को अपना स्टॉक खाली करने के लिए ज्यादा छूट देनी पड़ सकती है।
फायदा-नुकसान
कुछ कंपनियों को फायदा, कई को नुकसान
इस दौरान बजाज ऑटो, TVS मोटर और रॉयल एनफील्ड की बिक्री में बढ़त देखी गई, जबकि हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री में 6 प्रतिशत की गिरावट आई।
चार पहिया वाहनों में मारुति सुजुकी और महिंद्रा की बिक्री बढ़ी, लेकिन टाटा मोटर्स और अशोक लीलैंड को नुकसान हुआ।
अगर बिक्री की यह सुस्ती जारी रही, तो मार्च, 2025 में कंपनियों को गाड़ियों की कीमतें कम करनी पड़ सकती हैं या ज्यादा छूट देकर बिक्री बढ़ानी पड़ सकती है।