
गर्मी में क्यों बढ़ जाता है CNG कार में आग का खतरा? जानिए कैसे करें बचाव
क्या है खबर?
देश में गर्मी दिनो-दिन प्रचंड़ होती जा रही है और इससे गाड़ियों में आग लगने की आशंका भी बढ़ गई है। अगर, आपके पास CNG कार है तो खतरा और भी बढ़ जाता है।
ऐसे मौसम में CNG संचालित गाड़ियों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। आपकी अनदेखी पलों में गाड़ी को कबाड़ में तब्दील कर सकती है।
आइये जानते हैं गर्मियों में CNG कार में आग लगने का खतरा क्यों बढ़ जाता है और इससे कैसे बचें।
कारण
इन कारणों से रहता है आग लगने का खतरा
CNG को उच्च दबाव के साथ सिलेंडर में स्टोर की जाती है। तापमान बढ़ने पर सिलेंडर में गैस का प्रसार होने लगता है।
इससे दबाव बढ़ता है और गैस के रिसाव होने से शार्ट सर्किट के कारण गाड़ी में विस्फोट का कारण बन सकता है।
फ्यूल लाइन या टैंक में खराबी, रखरखाव के अभाव में फ्यूल सिस्टम की गड़बड़ी, खराब गुणवत्ता की CNG किट और इसका गलत इंस्टॉलेशन भी गर्मी में आग लगने के खतरे को बढ़ा देता है।
बचाव
धूप में पार्क करना क्यों बढ़ा सकता है खतरा?
इन गाड़ियों में आग लगने के खतरे को कम करने के लिए सबसे सामान्य ध्यान रखने वाली बात यह है कि CNG कार को सीधे धूप में पार्क करने से बचें, जिससे इसका गैस सिलेंडर ज्यादा गर्म नहीं होगा।
गर्मी से पहले फ्यूल सिस्टम की मरम्मत और रखरखाव भी आने वाले खतरों से बचाता है।
इसके अलावा इन गाड़ियों के सिलेंडर का हर 3 साल में एक बार हाइड्रो टेस्ट कराना चाहिए, जो इसकी मजबूती और लीकेज को परखता है।
सतर्कता
इन बातों का रखें ख्याल
ऐसी गाड़ियों की समय-समय पर वायरिंग चेक कराना भी जरूरी है। इससे शार्ट सर्किट का खतरा कम होगा, जो आग लगने की प्रमुख वजह होती है।
हमेशा सभी सुरक्षा मापदंड़ों के अनुरूप सरकार से अधिकृत CNG किट लगवाना सही रहता है और किट का इंस्टॉलेशन भी प्रशिक्षित मैकेनिक से ही कराएं। अन्यथा, इसमें कोई खामी रह गई तो नुकसान हो सकता है।
CNG भरवाते समय धूम्रपान करने से भी बचें और गाड़ी में अग्निशामक यंत्र जरूर रखें।