
गर्मी में इलेक्ट्रिक कार के साथ न करें ये गलतियां, झेलना पड़ जाएगा नुकसान
क्या है खबर?
देश के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों तापमान 40 डिग्री के पार चला गया है। भीषण गर्मी आमजन ही नहीं वाहनों के लिए भी कई चुनौतियां पैदा कर रही है।
ऐसा मौसम सबसे ज्यादा कारों में आग की घटनाओं को जन्म देता है। आप इलेक्ट्रिक कार के मालिक हैं तो ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। आपकी छोटी-सी चूक से EV आग की भेंट चढ़ सकती है।
आइये जानते हैं गर्मी में इलेक्ट्रिक कार में कौनसी गलतियां करने से बचें।
पार्किंग
ऐसी जगह कभी खड़ी न करें EV
इलेक्ट्रिक कार में आग लगने का मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी होती है। जानकारों का मानना है आप अगर गाड़ी को धूप में पार्क करते हैं तो अन्य हिस्सों समेत बैटरी भी गर्म हो जाती है।
जब आप EV को ड्राइव पर ले जाते हैं तो बैटरी का तापमान और बढ़ जाता है। इससे उसके आस-पास लीक हुआ तेल गर्मी से आग पकड़ सकता है।
इससे बचने का एक ही तरीका है कि गाड़ी को सीधे धूप में खड़ी न करें।
ओवर चार्ज
कितनी चार्ज करनी चाहिए बैटरी?
अधिकांश इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लिथियम-आयन बैटरियां मिलती हैं, जो तापीय ऊर्जा या तापमान के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होती हैं।
इन्हें ओवर चार्ज करने ये ओवरहीट होने लगती हैं। इसके अलावा वातावरण का तापमान इन्हें और गर्म कर देता है।
बैटरी का तापमान ज्यादा होने पर इसके फटने और आग लगने का कारण बन सकता है।
ऐसे में गाड़ी को 100 फीसदी चार्ज होने से पहले ही प्लग को हटा दें। इसे 20-80 फीसदी के बीच चार्ज करना सही रहता है।
चार्जिंग
कब चार्ज करें EV?
इलेक्ट्रिक कार को धूप में चार्ज करना भी खतरनाक साबित हो सकता है। इस दौरान बैटरी के साथ चार्जिंग केबल गर्म हो जाती है और वातावरण का तापमान इसमें आग लगने का कारण बन जाता है।
ऐसे में EV को दोपहर के समय चार्ज करने से बचें और हो सके तो सुबह या रात के समय प्लग-इन करें।
चार्ज करते ही गाड़ी को चलाने या राइड के तुरंत बाद चार्ज पर लगाने से भी बचना चाहिए।
दबाव
इन वजहों से बैटरी पर बढ़ जाता है दबाव
गर्मी में EV को तेज रफ्तार में चलाना भी आग जनित हादसे का कारण बन जाता है। इससे बैटरी पर दबाव बढ़ता है और वह ओवरहीट हो जाती है।
इसके अलावा इन दिनों में एयर कंडीशनर (AC) का लगातार इस्तेमाल भी बैटरी पर दबाव बढ़ा देता है।
इन कारणों से भी गाड़ी आग का गोला बन सकती है। समय पर सर्विस न कराने से भी बैटरी के पास लीक तेल जमा हो जाता है, जो आग का करण बनता है।