
पुरानी पेट्रोल-डीजल कार को इलेक्ट्रिक में बदलना चाहते हैं? जानिए कितना खर्च आएगा
क्या है खबर?
दिल्ली सरकार 1 जनवरी, 2022 से 10 साल पुराने सभी डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन खत्म कर रही है, लेकिन वाहन मालिक अगर अपनी गाड़ी का उपयोग जारी रखना चाहते हैं तो उनके के पास अपने 10 साल पुराने डीजल या 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का विकल्प भी होगा।
आइये, जानते हैं पुराने डीजल-पेट्रोल वाहन को इलेक्ट्रिक में बदलने के लिए आपको क्या करना होगा और इसमें कितना खर्च आएगा।
न्यूजबाइट्स फैक्ट
क्या ऐसा संभव है?
देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने लोगों को परेशान कर रखा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ने लगी है, लेकिन तेल से चलने वाले वाहनों की तुलना में ये महंगे होते हैं।
बता दें कि अगर आपके पास उतना बजट नहीं है तो चिंता ना करें। दरअसल, बाजार में कई कंपनियां मौजूद हैं जो आपकी पुरानी डीजल कार को इलेक्ट्रिक वाहन में बदल सकती हैं।
निर्माता
दिल्ली सरकार ने छह निर्मातओं को किया है सूचीबद्ध
दिल्ली सरकार ने पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदलने के लिए इट्रियो, बूमा, जीरो 21 एनर्जी सोल्युशन और वेल्व मोटर्स इंडिया सहित छह निर्माताओं को सूचीबद्ध किया है।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) द्वारा प्रमाणित इन निर्माताओं के पास दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए अलग-अलग बैटरी क्षमता वाले इलेक्ट्रिक किट उपलब्ध हैं।
बता दें कि ICAT भारत की परीक्षण प्रमाणन, अनुसंधान और विकास एजेंसी में से एक है।
इलेक्ट्रिक किट
क्या होगी इन इलेक्ट्रिक किट की खासियत?
रिपोर्ट्स के अनुसार एट्रियो ऑटोमोबाइल के इलेक्ट्रिक किट का इस्तेमाल पेट्रोल और डीजल दोनों के चार पहिया वाहनों के लिए किया जा सकता है। इसमें 17.3 kW की बैटरी का इस्तेमाल किया जायेगा, जो 106 किलोमीटर से अधिक की रेंज देने में सक्षम होगी।
दूसरी तरफ बूमा इनोवेटिव ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशंस रिन्यूएबल पेट्रोल दोपहिया वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक किट पेश करेगी। यह 2.016 kW की बैटरी क्षमता और 65.86 किलोमीटर तक की रेंज प्रदान करने में सक्षम होगी।
कीमत
साधारण कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलने में कितना खर्च आएगा?
साधारण कार को इलेक्ट्रिक में बदलवाने में 3 लाख से 5 लाख रुपये तक का खर्च आता है। इसी कीमत पूरी तरह इस बात बात पर निर्भर करती है कि आप कितने वॉट पावर की मोटर और कितनी क्षमता की बैटरी लगवाते हैं।
इस तरह की किट को लगाने वाली ज्यादातर कंपनियां हैदराबाद में हैं, लेकिन अब दिल्ली में भी इलेक्ट्रिक कारों के पार्ट्स बनाने वाली कंपनियां का तेजी से विस्तार हो रहा है।