बीते वित्त वर्ष इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में आई 19.91 प्रतिशत की गिरावट
वैसे तो भारत में लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन पिछले वित्त वर्ष कोरोना वायरस महामारी का असर इनकी बिक्री पर भी देखने को मिला है। बीते वित्त वर्ष 2020-2021 में कम इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है। सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) के अनुसार वित्त वर्ष 2020-2021 यानी अप्रैल, 2020 से लेकर अप्रैल, 2021 के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 19.91 प्रतिशत की गिरावट आई है।
बीते वित्त वर्ष इतने इलेक्ट्रिक वाहनों की हुई बिक्री
SMEV के मुताबिक बीते वित्त वर्ष भारत में 2,36,802 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई थी। वहीं, वित्त वर्ष 2019-2020 में कुल 2,95,683 वाहन भारत में बिके थे। इसका मतलब बीते वित्त वर्ष में 2019-2020 की अपेक्षा 19.91 प्रतिशत कम वाहनों की बिक्री हुई है। हालांकि, वित्त वर्ष 2019-2020 में 2019-2018 की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ था। SMEV ने अलग-अलग सेगमेंट में बिक्री के आंकड़े भी जारी किए हैं।
दोपहिया और तीन पहिया वाहनों की बिक्री में आई गिरावट
दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में छह प्रतिशत की गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2020-2021 में 1,43,837 और 2020-2019 में कुल 1,52,000 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी। वहीं, बीते वित्त वर्ष लो स्पीड वाले कुल 1,03,000 और हाई स्पीड वाले 40,836 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बिके थे। इसके अलावा तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 37.17 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले वित्त वर्ष में 88,378 और उससे पहले 1,40,683 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ी
जहां एक तरफ दोपहिया और तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है। वहीं, दूसरी तरफ चार पहिया वाहनों की बिक्री में इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2020-2021 में 2020-2019 से 52.93 प्रतिशत अधिक चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है। बता दें कि बीते वित्त वर्ष 4,588 यूनिट्स और उससे पहले 3,000 यूनिट्स चार पहिया वहान बिके थे। SMEV के अनुसार कोरोना वायरस महामारी के अलावा भी बिक्री में गिरावट के कई कारण हैं।
इन कारणों से कम बिके इलेक्ट्रिक वाहन
SMEV के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और एक्सिस जैसे बैंक्स इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए न के बराबर लोन ऑफर करते हैं, वो भी कुछ चुनिंदा मॉडल्स के लिए ही होता है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर बैंकों द्वारा अच्छा लोन ऑफर करने पर उनकी बिक्री में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा देश में कम चार्जिंग स्टेशन होना भी इलेक्ट्रिक वाहनों की कम बिक्री का एक प्रमुख कारण है। हालांकि, अब इसमें सुधार किया जा रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहन नीति से बढ़ेगी बिक्री
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन और बिक्री बढ़ाने के लिए नई-नई नीतियां आ रही हैं। इसमें ज्यादा-ज्यादा चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी देना आदि शामिल है। अब तक दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, पंजाब, मेघालय, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, और ओडिशा जैसे राज्यों ने इलेक्ट्रिक वाहन नीति को लागू कर दिया गया है। इससे बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।