प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, देश को लॉकडाउन से बचाने की अपील की
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने विकराल रूप धारण कर लिया है। लगभग सभी राज्य इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। ऐसे में देश की चिकित्सा ढांचा बुरी तरह से प्रभावित हो गया है।
ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात को राष्ट्र को संबोधित किया।
इसमें उन्होंने लोगों से देश को लॉकडाउन से बचाने की अपील की और राज्यों को लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में रखने को कहा है।
अपील
आज की स्थिति में देश को लॉकडाउन से बचाना है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वर्तमान में हालात काफी खराब है, लेकिन यदि लोग बचाव के नियमों का पालन करेंगे तो ना कंटेनमेंट जोन बनाने की जररूत पड़ेगी और ना ही लॉकडाउन की।"
उन्होंने कहा, "वर्तमान स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है और माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ध्यान केंद्रित करना है।"
वैक्सीनेशन
देश में 1 मई से लगाई जाएगी 18 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल वैक्सीनेशन को लेकर एक अहम फैसला लिया गया है। एक मई से 18 वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगेगी। इससे सभी लोगों को जल्द वैक्सीन पहुंच सकेगी। इसी तरह अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सभी का प्रयास जीवन बचाने के साथ आर्थिक गतिविधियां और आजीविका को कम से कम प्रभावित करना है।
ऑक्सीजन
"ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के किए जा रहे हैं प्रयास"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस बार देश के अनेक हिस्सो में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। इस विषय पर तेजी से और संवेदनशीलता से कार्य किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "केंद्र, राज्य और निजी क्षेत्र ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में जुटे हैं। कई स्तारों पर उपाय किए जा रहे हैं। राज्य में नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, एक लाख नए सिलेंडर, औद्योगिक ऑक्सीजन का मेडिकल में उपयोग, ऑक्सीजन रेल संचालित करने जैसे प्रयास भी किए जा रहे हैं।"
सहयोग
प्रधानमंत्री ने बाल मित्रों से मांगा सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहली लहर में पांचवीं, सातवीं और दसवीं के बच्चों ने बड़ों को महामारी के नियमों का पालन करने के लिए समझाया था।
ऐसे में वह बाल मित्रों से अनुरोध करते हैं कि ऐसा माहौल बनाए कि बिना कराण और बिना काम लोग घरों से बाहर नहीं निकले।
उन्होंने कहा इस संकट की घड़ी में सतर्क और जागरुक रहने की जरूरत है और डर के माहौल को कम करते हुए अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
जानकारी
युवाओं से की कोरोना अनुशासन का पालन कराने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से अपनी सोसायटी, मोहल्लों, अपार्टमेंट्स में छोटी छोटी कमेटियां बनाकर कोरोना अनुशासन का पालन करवाने में मदद करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि अनुशासन के पालन से देश हर स्थिति से निपटकर बाहर आ जाएगा।
उत्पादन
वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के किए जा रहे हैं प्रयास- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फार्मा सेक्टर ने वैक्सीनों का उत्पादन बढ़ा दिया है। जनवरी-फरवरी की तुलना में कहीं ज्यादा उत्पादन हो रहा है। सोमवार को भी फार्मा कंपनियों के अधिकारियों से लंबी चर्चा हुई है। उत्पादान बढ़ाने के लिए दवा कंपनियों की मदद ली जा रही है। सौभाग्य की बात है देश में दुनिया का सबसे बड़ा फार्मा सेक्टर है।
उन्होंने आगे कहा कि अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
संदेश
नवरात्रि और रमजान के जरिए दिया अहम संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज नवरात्रि का आखिरी दिन है कल रामनवमी है। ऐसे में मर्यादा पुरुषोतम राम की तरह सभी को कोरोना से बचने की मर्यादाओं का पालन करना है। दवाई भी कड़ाई भी इस मंत्र को कभी नहीं भूलना है।
उन्होंने आगे कहा रमजान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है। रमजान धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है और कोरोना से जीतने के लिए भी उसी अनुशासन और धैर्य की जरूरत है।
जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने की फ्रंटलाइन वर्करों की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, एंबुलेंस चालक, पुलिसकर्मी आदि की सराहना करूंगा। आपने पहले लहर में भी जीवन दांव पर लगाकर लोगों बचाया था और इस संकट में भी परिवार और सुख को छोड़कर दिन-रात जुटे हुए हैं।
संक्रमण
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,59,170 नए मामले सामने आए और 1,761 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में सामने आई सबसे अधिक मौतें हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,53,21,089 हो गई है। इनमें से 1,80,530 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या 20 लाख के आंकड़े को पार करके 20,31,977 हो गई है।