EV बैटरी निर्माताओं के लिए सरकार जल्द ला रही है BIS मानक
इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में आग की घटनाओं को देखते हुए सरकार दोपहिया EVs के लिए बैटरी मानकों (BIS मानकों) को पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है। दोपहिया EVs पर लागू होने के कुछ समय बाद यह मानक चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी लागू कर दिये जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, EVs के लिए ये BIS मानक बैटरी के आकार, कनेक्टर, स्पेक्स और बैटरी सेल की न्यूनतम क्षमता और गुणवत्ता पर जोर देने वाले होंगे।
नियमों के लिये सरकार की तैयारी
BIS मानकों की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए सरकार इन पर बहुत तेजी और गहनता से काम कर रही है। परिवहन मंत्रालय EV बैटरी के लिये BIS दिशानिर्देश लाने के लिए बैटरी उद्योग से जुड़े एक्सपर्टस और हितधारकों से भी संपर्क में है। इससे पहले नीति आयोग ने एक चर्चा पत्र में राष्ट्रीय बैटरी स्वैपिंग नीति की दिशा में पहले कदम के रूप में BIS मानकों की आवश्यकता पर जोर दिया था।
इसलिये बनाये जा रहे नियम
पिछले महीनों में हुई आग की घटनाओं की जांच रिपोर्ट में बैटरी पैक के खराब डिजाइन और मॉड्यूल में कई तरह की खामियों का पता चला है। यह जांच रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा की गई थी। ई-स्कूटर में आग लगने और बैटरी ब्लास्ट होने के मद्देनजर सरकार ने इस समिति का गठन किया गया था। लगभग सभी EV में बैटरी सेल के साथ-साथ डिजाइन में खामी के कारण सरकार अब नए गुणवत्ता-केंद्रित दिशानिर्देशों को ला रही है।
DRDO की जांच रिपोर्ट का निष्कर्ष
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सौंपी गई इन घटनाओं जांच में DRDO के सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES) ने पाया कि इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता जैसे ओकिनावा ऑटोटेक, प्योर ईवी, जितेंद्र इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ओला इलेक्ट्रिक और बूम मोटर्स "लागत में कटौती के लिए निम्न-श्रेणी की सामग्री" का उपयोग कर रहे हैं। CFEES ने अपनी तथ्य-जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है, जिसने इन EV निर्माताओं से रिपोर्ट के निष्कर्षों पर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
कुछ प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और IT सामानों के लिए BIS मानक चिह्न अनिवार्य होता है, जो गुणवत्ता का आश्वासन प्रदान करते हैं। ऐसे ही ISI चिह्न सीमेंट, घरेलू विद्युत उत्पाद, खाद्य उत्पाद, स्टील सामग्री आदि उत्पाद श्रेणियों के लिए अनिवार्य है।