फोर्ड ने भारत में EV उत्पादन की योजना को ठंडे बस्ते में डाला
क्या है खबर?
अमेरिका की जानी-मानी वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor) ने भारत में अपना इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बनाने का इरादा बदल लिया है। हालांकि, अभी तक इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
फोर्ड मोटर ने साल के शुरूआत में भारत में EV का कारोबार शुरु करने की योजना सार्वजनिक की थी।
कंपनी ने कहा था कि वह निर्यात और संभवत: घरेलू बाजार में बिक्री के लिए भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन करने पर विचार कर रही है।
पृष्ठभूमि
क्या थी पूरी योजना?
फोर्ड मोटर के EVs के निर्माण के लिए लगभग 1,492 अरब रुपये के निवेश की योजना बनाने की खबरें थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह निवेश अगले पांच से 10 सालों में इस्तेमाल किया जाना था, जिसके तहत फोर्ड दुनियाभर में अपने कारखानों को इलेक्ट्रिक-वाहन उत्पादन कारखानों में बदलने वाली थी।
खबरें थीं कि ये पूरा निवेश "फोर्ड प्लस" नाम की एक योजना के तहत होना था, जिसका कुछ निवेश भारत में भी होने के कयास लगाए जा रहे थे।
वैश्विक प्लान
2030 तक EV सेगमेंट में पकड़ बनाना था लक्ष्य
फोर्ड मोटर अमेरिका में पहले ही फोर्ड प्लस योजना के तहत 2030 तक 30 बिलियन डॉलर (लगभग 2,239 अरब रुपये) से अधिक निवेश करने का वादा कर चुकी है।
इसमें कंपनी बैटरी की उन्नत तकनीक के विकास के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण पर ध्यान देगी। इसी के तहत कंपनी ने पहले चरण में 20 बिलियन डॉलर का निवेश किया है।
फोर्ड वर्तमान में अमेरिका की दूसरी और विश्व की चौथी सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है।
जानकारी
फोर्ड का भारत के कार बाजार को छोड़ने का फैसला
बीते साल सितंबर से फोर्ड मोटर ने भारत में अपनी सभी गाड़ियों का उत्पादन बंद कर दिया है। कंपनी अपनी सेल्स में गिरावट के चलते भारत से कारोबार समेट रही है। फिलहाल, फोर्ड निर्यात के लिए भारत में इंजन निर्माण का काम करती रहेगी।
बिजनेस
फोर्ड मोटर की साणंद फैक्ट्री टाटा मोटर्स के हाथ
फोर्ड मोटर की गुजरात के साणंद स्थित फैक्ट्री को टाटा मोटर्स ने खरीद लिया है, लेकिन अभी दोनों के बीच हुए फैक्ट्री के मालिकाना हक के ट्रांसफर को मंजूरी नहीं मिली है।
खबर है कि टाटा इस फैक्ट्री का इस्तेमाल EVs बनाने के लिए ही करेगी। टाटा इस फैक्ट्री पर लगभग 2,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है।
टाटा का लक्ष्य 2026 तक इस फैक्ट्री में दो लाख EVs बनाने का है।